Arun Goel Resignation: देश को जल्द मिलेंगे दो नए चुनाव आयुक्त? अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद उठाया गया कदम
Arun Goel Resignation: सूत्रों के अनुसार चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 या 14 मैच को एक बैठक आयोजित कर सकती है और खाली पड़े पदों पर 15 मार्च तक नियुक्ति होने की संभावना है.
हाइलाइट
- देश को जल्द मिलेंगे दो नए चुनाव आयुक्त?
- अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद उठाया गया कदम
Arun Goel Resignation: देश में आगमी लोकसभा चुनाव से पहले कल यानि 9 मार्च को अचानक चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद उनका इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया था. इस बीच गोयल के अचानक यूं इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुए 2 पदों को भरने की कवायद शुरू हो गई हैं. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि खाली हुए पदों को भरने के लिए 15 मार्च तक दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति हो सकती है.
इस बात की जानकारी आज रविवार को सूत्रों की और से दी गई. सूत्रों के अनुसार चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 या 14 मैच को एक बैठक आयोजित कर सकती है और खाली पड़े पदों पर 15 मार्च तक नियुक्ति होने की संभावना है.
चुनाव कार्यक्रम के संभावित एलान से पहले दिया इस्तीफा
निर्वाचन आयोग की तरफ से लोकसभा चुनाव कार्यक्रम के संभावित एलान से पहले ही अरुण गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका यह इस्तीफा मंजूर कर लिया और वहीं इस संबंध में कानून मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर इसकी घोषणा की. बता दें कि गोयल के इस्तीफे के बाद चुनावी व्यवस्था का पूरा जिम्मा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के ऊपर चुनावी व्यवस्था का पूरा जिम्मा मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के कंधों पर आ गया है.
इस्तीफे देने की वजह का नहीं पता चला
अरुण गोयल के अपने पद से इस्तीफा देने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. सूत्रों की और से मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने व्यक्तिगत कारणों के चलते यह कदम उठाया है. गोयल और कुमार के बीच मतभेद की अटकलों को खारिज करते हुए सूत्रों ने कहा कि आंतरिक संचार और निर्णयों के रिकॉर्ड से पता चलता है कि गोयल द्वारा कोई असहमति दर्ज नहीं की गई थी.
इस तरह चुने जाएंगे नए चुनाव आयुक्त
बता दें, कि देश के लिए नए चुनाव आयुक्तों के चुनाव के लिए कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति दोनों पदों के लिए पहले पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी. इस समिति में गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव शामिल होंगे. बाद में, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति, जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे, चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय किए जाएंगे. इसके बाद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी.