Uttarkashi Tunnel Rescue: काफी संघर्ष के बाद सफल हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन, सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकाला गया बाहर
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग में 12 नवंबर से फंसे मुजदूरों को बाहर निकालने में रेस्क्यू टीम को सफलता मिल चुकी है. काफी संघर्षो के बाद रेसक्यू टीम ने सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया है.
Silkyara Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग के अंदर 12 नवंबर से फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. करीब 16 दिनों के लंबे संघर्ष के बाद रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाया और सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित सुरंग से बाहर निकाल लिया है. गौरतलब है कि 12 नवंबर को सुरंग का एक हिस्सा ढहने के कारण 41 श्रमिक सुरंग के अंदर फंस चुके. इन सभी मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए राज्य और केंद्र सरकार की सुरक्षा एंजेंसिया लगातार प्रयास कर रही थी.
मंगलवार का दिन उनके लिए जिंदगी की नई रोशनी ले कर आई. सुरंग से बाहर निकालने के बाद मजदूरों को तुरंत एंबुलेंस की जरिए अस्पताल ले जाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के बाद मजदूरों के परिजनों, रेस्क्यू टीम और प्रशासन ने राहत की सांस ली है.
उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्कयारा सुरंग के अंदर से बचाए गए श्रमिकों से मुलाकात की। pic.twitter.com/Ks0kkTJaFb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
एंबुलेंस के जरिए ले जाया गया अस्पताल
मजदूरों के सुरंग से बाहर आने से पहले ही प्रशासन की ओर से सारी तैयारियां की गईं थी, बुधवार से ही यहां पर 41 एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीमों को तैनात किया गया था. सुरंग से बाहर निकलते ही इन मजदूरों के प्राथमिक परीक्षण के लिए सुरंग के बाहर बनाए गए अस्थायी अस्पताल में ले जाया गया. इसके साथ ही यहां एक हैलीकॉप्टर भी तैनात है. ताकि किसी स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान बड़े अस्पताल तक ले जाया जा सके.
श्रमिकों के लिए चिन्यालीसौड़ में अस्पताल तैयार
श्रमिकों की स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति की जांच के लिए चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बेड का एक अस्पताल तैयार किया गया है, जहां पर इन मजदूरों को ले जाया गया. सिल्कयारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन पूरे देश और दुनिया के लिए चर्चा का विषय बन चुका था. पीएम मोदी खुद इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे और वह लगातार उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से अपडेट ले रहे थे.