Ram Mandir Ayodhya : रामलला की आरती के वक्त वहां मौजूद अतिथि करेंगे यह खास काम, सेना को सौंपी गई अहम जिम्मेदारी
Ayodhyanama : उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले 300 गणमान्य व्यक्तियों की एक सूची प्रदान की है और उन्हें राज्य के मेहमानों के लिए प्रोटोकॉल प्रदान किया गया है. सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, करीब 150 वीआईपी रविवार को अयोध्या पहुंच चुके थे.
अयोध्या के राम मंदिर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इस अनुष्ठान के लिए देश-दुनिया से जानी मानी हस्तियां पहुंच रही हैं. आज दोहपर में प्राण- प्रतिष्ठा के बाद रामलला की आरती होगी. इस दौरान पूरी रामनगरी मतलब कि अयोध्या घंटियों की ध्वनि से गूंज उठेगी. इस दौरान भारतीय सेना को एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रभु रामलला की आरती के दौरान वहां पर मौजूद सभी साधु-संत, बॉलीवुड और बिजनेस जगत की हस्तियों के अलावा अलग-अलग क्षेत्र की विभुतियों को घंटियां दी गई हैं. आरती के समय सभी अतिथि इन घंटियों को बजाएंगे.
इसके साथ ही भारतीय सेना इस कार्यक्रम में अहम जिम्मेदारी निभाने जा रही है. प्रभु राम की आरती के दौरान सेना के हेलीकॉप्टर अयोध्या में पुष्प वर्षा करेंगे. परिसर में 30 कलाकार भी अलग-अलग भारतीय वाद्यों का वादन करेंगे. एक समय वे सभी एक साथ वादन करेंगे. ये सभी भारतीय वाद्य होंगे.
तीन सौ मेहमानों को मिला प्रोटोकाल
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले 300 गणमान्य व्यक्तियों की एक सूची प्रदान की है और उन्हें राज्य के मेहमानों के लिए प्रोटोकॉल प्रदान किया गया है. सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, करीब 150 वीआईपी रविवार को अयोध्या पहुंच चुके थे. प्रवक्ता ने कहा, “राज्य के मेहमानों को सुरक्षाकर्मियों और व्यक्तिगत संपर्क अधिकारियों के साथ एक एस्कॉर्ट वाहन प्रदान किया जाएगा. उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी. जो लोग रातभर रुकेंगे, उन्हें पूर्व-चिह्नित होटलों, टेंट सिटी, गेस्ट हाउस और उपयुक्त आवासों में रखा जाएगा.”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए सोमवार अयोध्या में सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेंगे. राम पथ पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिस मार्ग से प्रधानमंत्री के राम मंदिर तक पहुंचने की उम्मीद है. साकेत डिग्री कॉलेज और जन्मभूमि पथ के बीच के पूरे हिस्से को संवेदनशील बनाया जा रहा है और पैदल यात्रियों और वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए पैदल मार्ग के दोनों किनारों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है.