2014 से पहले जिन नीतियों पर देश चल रहा था वो गरीबी की राह पर ले जा रही थी: 'श्वेत पत्र' पर बोले PM मोदी

'श्वेत पत्र' पर पीएम मोदी ने कहा कि, ''आज से 10 साल पहले, 2014 से पहले जिन नीतियों पर देश चल रहा था, वो नीतियां देश को गरीबी की राह पर ले जा रही थीं.''

Sagar Dwivedi
Edited By: Sagar Dwivedi

Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाइम्स ग्रुप ग्लोबल बिजनेस समिट 2024 को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, "आज दुनिया के हर development expert group में चर्चा है कि कैसे 10 साल में भारत transform हो चुका है. भारत के सामर्थ्य को लेकर दुनिया में ऐसा Positive Sentiment पहले कभी नहीं था. भारत की सफलता को लेकर दुनिया में ऐसा Positive Sentiment पहले कभी नहीं था. इसलिए ही लाल किले से मैंने कहा है- यही समय है, सही समय है." 

पीएम मोदी ने कहा कि, ''सालों तक गरीबी हटाने के फॉर्मूले लाने की बहस एसी कमरों में होती थी. गरीब गरीब ही रहा, लेकिन 2014 के बाद जब गरीब का बेटा पीएम बना तो गरीबी के नाम पर जो उद्योग चल रहा था, वो चरमरा गया.'' मैं गरीबी से निकलकर यहां तक ​​पहुंचा हूं और इसलिए मुझे पता है कि गरीबी से कैसे लड़ना है''

पीएम मोदी ने कहा, ''मैं जाने से पहले आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करना चाहता हूं. मैं ऐसी राजनीति से दूर हूं जहां 4 अतिरिक्त वोटों के लिए खजाना खाली हो जाता है. इसलिए हमने अपने फैसलों में वित्त प्रबंधन को सबसे ज्यादा महत्व दिया.'' बिजली के प्रति कुछ दलों का दृष्टिकोण ऐसा है कि इससे देश की बिजली व्यवस्था तबाह हो सकती है. मेरा दृष्टिकोण अलग है. 

आगे उन्होंने कहा कि, ''सालों तक गरीबी हटाने के फॉर्मूले लाने की बहस एसी कमरों में होती थी. गरीब गरीब ही रहा, लेकिन 2014 के बाद जब गरीब का बेटा पीएम बना तो गरीबी के नाम पर जो उद्योग चल रहा था, वो चरमरा गया.'' मैं गरीबी से निकलकर यहां तक ​​पहुंचा हूं और इसलिए मुझे पता है कि गरीबी से कैसे लड़ना है''

पीएम मोदी कहते हैं, ''पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले. इससे पता चलता है कि हमारी सरकार की नीतियां सही हैं और हमारी दिशा सही है. इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए हम देश की गरीबी को कम करेंगे और बनाएंगे.'' इसका विकास हुआ. हमारा शासन मॉडल एक साथ दो धाराओं पर आगे बढ़ रहा है. एक तरफ, हम 20वीं सदी से विरासत में मिली चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं.  दूसरी तरफ, हम 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने में भी लगे हुए हैं. हमने बड़ी चुनौतियों का सामना किया और बड़े लक्ष्य हासिल किये.

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09 February 2024, 09:38 PM IST

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