CM के नाम पर सस्पेंस हो सकता है खत्म, दिल्ली में महायुति के नेताओं संग बैठक करेंगे शाह
गृह मंत्री अमित शाह आज दिल्ली में महायुति के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सकता है. सूबे में चुनावी नतीजों के चार दिन बाद भी मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हो सका है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में बैठक के बाद सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है. बीजेपी देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाएगी और फिर नया नाम देकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसढ़ की तरह चौंकाएगी.
हाइलाइट
- गृह मंत्री अमित शाह आज दिल्ली में महायुति के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सकता है. सूबे में चुनावी नतीजों के चार दिन बाद भी मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हो सका है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में बैठक के बाद सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है. बीजेपी देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाएगी और फिर नया नाम देकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसढ़ की तरह चौंकाएगी.
महाराष्ट्र में आज मुख्यमंत्री के नाम पर जारी सस्पेंस खत्म हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं. निर्वतमान सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया कि बीजेपी जिसे भी मुख्यमंत्री बनाएगी, शिवसेना उसका समर्थन करेगी. शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो भी फैसला लेंगे, उन्हें मंजूर होगा. इस बीच दिल्ली से लेकर मुंबई तक बैठकों का दौर जारी है.
सूत्रों के मुताबिक, आज महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे दिल्ली पहुंचेंगे. गृह मंत्री अमित शाह के साथ शाम 5.30 बजे महायुति के नेताओं की बैठक है.शिंदे द्वारा खुद को सीएम पद की रेस से बाहर कर लेने से देवेंद्र फडणवीस रेस में आगे हो गए हैं. हालांकि अगला सीएम कौन होगा, इसे लेकर बीजेपी में बैठकों का दौर जारी है. बुधवार रात को नए मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के लिए दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े के बीच एक अहम बैठक हुई.
फडणवीस के नाम के साथ बीजेपी को सता रही ये चिंता
यह मीटिंग करीब 40 मिनट तक चली. केंद्रीय नेतृत्व को महाराष्ट्र में गैर-मराठा मुख्यमंत्री बनाए जाने पर मराठा समुदाय के नाराज होने की चिंता है. इसलिए, इस बात पर चर्चा हुई कि अगर राज्य में फिर से देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो मराठा वोटों को किस तरह बरकरार रखा जाए.
मराठा वोटर काफी अहम हैं
देवेंद्र फडणवीस ब्राह्मण समुदाय से आते हैं जबकि, एकनाथ शिंदे मराठा समुदाय से हैं. महाराष्ट्र में मराठा वोटर काफी अहम और निर्णायक हैं. शिंदे ने सीएम का फैसला बीजेपी के पाले में डाल दिया है और कहा कि मैंने पीएम मोदी – अमित शाह को फोन करके बोल दिया है कि आपका जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार रहेगा. अगर बीजेपी अपना सीएम भी चुनती है वो भी हमें स्वीकार है. हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं डालेंगे. शिंदे के इस बयान के बाद ही बीजेपी बहुत सोच समझकर अपना सीएम बनाना चाहती है, लेकिन फडणवीस के सीएम बनाए जाने पर मराठाओं की नाराजगी का खतरा भी बना हुआ है.
बीजेपी शीर्ष नेतृत्व इस बात को लेकर भी मंथन कर रहा है कि गैर-मराठा सीएम बनाए जाने पर मराठा समुदाय कहीं नाराज न हो जाए. बीजेपी महाराष्ट्र में अपना सीएम बनाएगी तो एनसीपी और शिवसेना दोनों को डिप्टी सीएम पद देगी. एनसीपी से अजीत पवार का डिप्टी सीएम बनना तय है तो शिवसेना से अगर एकनाथ शिंदे नहीं भी बनते हैं तो अपने किसी करीबी नेता को डिप्टी सीएम बना सकते हैं. इस तरह शिवसेना, एनसीपी और मराठा समाज से डिप्टी सीएम बनना तय है. ऐसे स्थिति में बीजेपी नए सिरे से समीकरण बनाने में जुटी है और गैर-मराठा पर ही दांव खेलने की संभावना मानी जा रही है.
महाराष्ट्र के चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए थे, लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने अभी तक मुख्यमंत्री पर फैसला नहीं किया है. 280 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 132 सीटें जीतकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि उसके सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं.