NEET Re-Test में फुस्स हुए टॉपर, 720 नंबर लाने वाले इस बार कितने अंक ला पाए?

NEET re-exam: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी NTA ने सोमवार को नीट रि-एग्जाम का रिजल्ट घोषित किया है. रिजल्ट के अनुसार मेडिकल प्रवेश परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों की संख्या 67 से घटकर 61 हो गई है. कैंडिडेट परीक्षा में पहले के मुकाबले ज्यादा अंक हासिल तो किए हैं, लेकिन अपने ग्रेस मार्क्स वाले स्कोर को छू नहीं पाए. यहां तक कि फुल मार्क्स लाने वाले किसी भी कैंडिडेट ने 720 में से 720 अंक हासिल नहीं किए हैं. 6 टॉपरों में से 5 ने दोबारा परीक्षा दी थी लेकिन वो भी पूरे यानी 720 अंक नहीं ला पाए हैं.

JBT Desk
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NEET-UG Re-Exam Results: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सोमवार को NEET-UG 2024 री-एग्जाम के नतीजे जारी किए हैं. री-एग्जाम का आयोजन 5 मई 2024 को 1563 छात्राओं के लिए आयोजित किया गया था. इन सभी छात्रों को मुख्य परीक्षा के दौरान समय की कमी के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. बता दें कि, ग्रेस मार्क्स देने को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इन उम्मीदवारों को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया था. 23 जून को सात केंद्रों पर रि-एग्जाम लिया गया जिसमें कुल 813 छात्र ही उपस्थित हुए थे.

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, 813 में से 60 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने रि-एग्जाम में पहले के मुकाबले ज्यादा मार्क्स हासिल किए हैं लेकिन अपने ग्रेस मार्क वाले स्कोर को नहीं छू पाए हैं. किसी भी टॉपर ने 720 में 720 अंक हासिल नहीं किए हैं. यहां तक री-टेस्ट में ये सभी उम्मीदवार 700 मार्क्स भी हासिल नहीं कर पाए हैं जो पेपर लीक की ओर इशारा कर रहा है.

पहली बार 67 स्टूडेंट्स हुए थे टॉपर

मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब 67 स्टूडेंट्स को ऑल इंडिया रैंक 1 मिली थी. इस स्कोर ने न सिर्फ सबको हैरान किया बल्कि पेपर लीक का भंडाफोड़ भी किया. 67 स्टूडेंट को 720 में 720 अंक देने को लेकर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी पर सवाल उठने लगे. छात्रों ने एजेंसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद एनटीए को जांच के दायरे में आना पड़ा. हालांकि, नीट यूजी में से 6 ऐसे टॉपर थे जिन्हें समय के अभाव के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे जिसमें से 5 स्टूडेंट्स ने नीट यूजी रि-एग्जाम दिया लेकिन वो 700 भी अंक नहीं ला पाए.

रि-एग्जाम में 700 भी अंक नहीं ला पाए टॉपर

नीट यूजी टॉपर लिस्ट में शामिल रहे 6 स्टूडेंट को ग्रेस मार्क दिए गए थे जिसके बाद उनका मार्क 720 हो गया था. वहीं जब ग्रेस मार्क को लेकर विवाद हुआ तो परीक्षा एजेंसी ने दोबारा परीक्षा ली. नीट रि-एग्जाम में इम टॉपरों ने 720 तो क्या 700 अंक तक भी नहीं पहुंच पाए.  नीट यूजी रि-एग्जाम रिजल्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मार्क्स हासिल करने वाले स्टूडेंट को 680 मार्क्स मिले हैं. कुल टॉपर की बात करें तो अब 67 में से 61 हो गई है. हालांकि इन छात्रों के मार्क उतना भी कम नहीं है जिसकी वजह से इन्हें सरकारी कॉलेज न मिल सके है.

कब सामने आया पेपर लीक का मामला

बता दें कि, 67 टॉपर्स में से 6 हरियाणा के एक ही केंद्र से थे, जिन्हें समय के अभाव के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. ये इतिहास में पहली बार था कि 67 छात्राओं ने इस परीक्षा में टॉप किया था इससे पहले कभी इतने स्टूडेंट रैंक वन नहीं लाए हैं. इसके बाद ही छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. इतने टॉपर्स होने का मतलब था कि सबसे प्रतिष्ठित संस्थान एम्स में भी टॉपर्स को दाखिला नहीं मिल पाता. क्योंकि यहां केवल 50-60 छात्रों का ही दाखिल होता है. छात्रों ने पेपर लीक समेत प्रश्नपत्र अनियमितताओं के आरोप लगाया और देशभर में विरोध प्रदर्शन किए. यह विरोध अदालत तक पहुंचा जिसके बाद फिर से नीट का एग्जाम हुआ.

सीबीआई कर रही है जांच

परीक्षा आयोजित करने में हुई कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी गई है. इस मामले में सीबीआई ने अब तक 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बिहार में जो एफआईआर दर्ज किया गया है वो पेपर लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात और राजस्थान में दर्ज एफआईआर अभ्यर्थियों के स्थान पर किसी और व्यक्ति के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित है. बता दें कि, हर साल देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की जाती है.

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02 July 2024, 09:57 AM IST

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