ट्रंप के टैरिफ से परेशान दुनिया, भारत ने बढ़ाई अपनी ऊर्जा 'पॉवर'
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा 180 देशों पर बढ़ाए गए टैरिफ के कारण पूरी दुनिया में हंगामा मचा हुआ है. जहां अन्य देश इस संकट से जूझ रहे हैं, वहीं भारत ने अपनी ऊर्जा क्षमता बढ़ा ली है. भारत सोलर पॉवर में अब चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जिससे देश ने अपनी ताकत को वैश्विक मंच पर साबित किया है.

दुनिया में कई देश इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ से परेशान हैं. ट्रंप ने 180 देशों के खिलाफ टैरिफ बढ़ा दिए हैं, जिससे वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है. वहीं, इस समय भारत ने अपनी ऊर्जा क्षमता को बढ़ा लिया है.
हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक भारत 2024 में जर्मनी को पछाड़कर हवा से बिजली बनाने और सौर ऊर्जा के मामले में तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है. ग्लोबल एंर्जी थिंक टैंक एम्बर की रिपोर्ट में कहा गया है कि विंड और सौर ऊर्जा मिलकर पिछले साल दुनिया की कुल बिजली का 15 प्रतिशत उत्पादन कर चुके थे, जिसमें भारत का हिस्सा 10 प्रतिशत था.
भारत ने बढ़ाई अपनी ऊर्जा क्षमता
रिपोर्ट में बताया गया कि नवीकरणीय ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा जैसे कम कार्बन वाले स्रोतों ने 2024 में दुनिया की 40.9 प्रतिशत बिजली का उत्पादन किया. यह 1940 के दशक के बाद पहला मौका था जब यह आंकड़ा 40 प्रतिशत से ज्यादा हुआ. भारत में, बिजली उत्पादन में क्लीन (स्वच्छ) स्रोतों का हिस्सा 22 प्रतिशत रहा. इसमें हाइड्रोपॉवर (जल ऊर्जा) का योगदान सबसे अधिक 8 प्रतिशत रहा, जबकि सौर और हवा से बिजली का योगदान मिलाकर 10 प्रतिशत था.
वैश्विक स्तर पर, नवीकरणीय ऊर्जा ने स्वच्छ बिजली के उत्पादन में वृद्धि की है. 2024 में कुल 858 टेरावाट घंटे (टीडब्ल्यूएच) बिजली का उत्पादन हुआ, जो 2022 के रिकॉर्ड से 49 प्रतिशत ज्यादा है.
सोलर एनर्जी का प्रमुख योगदान
सोलर एनर्जी यानी सौर ऊर्जा ने लगातार तीसरे साल नई बिजली का सबसे बड़ा स्रोत बनी. 2024 में सोलर ऊर्जा से 474 टीडब्ल्यूएच बिजली जोड़ी गई. यह बिजली के उत्पादन का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ स्रोत भी रहा. सिर्फ तीन सालों में, वैश्विक सौर ऊर्जा उत्पादन दोगुना होकर बिजली मिक्स का 6.9 प्रतिशत बन गया.
भारत बना तीसरा सबसे बड़ा प्रोड्यूसर
भारत में भी सोलर ऊर्जा में तेज वृद्धि देखी गई है. 2024 में भारत की बिजली में सौर ऊर्जा का योगदान 7 प्रतिशत था, जो 2021 से दोगुना हुआ है. भारत ने 2024 में 24 गीगावाट (जीडब्ल्यू) सौर क्षमता जोड़ी, जो 2023 के मुकाबले दोगुनी से भी अधिक है. इस तरह, भारत सोलर ऊर्जा के मामले में चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है.
एम्बर के मैनेजिंग डायरेक्टर फिल मैकडोनाल्ड ने कहा, "सौर ऊर्जा अब वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन का इंजन बन गई है. बैटरी भंडारण के साथ सौर ऊर्जा अब एक महत्वपूर्ण स्रोत बनने के लिए तैयार है."
बिजली उत्पादन पर जारी की गई रिपोर्ट
2024 में बिजली उत्पादन पर जारी की गई रिपोर्ट में 88 देशों को शामिल किया गया है, जो वैश्विक बिजली की मांग का 93 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं. भारत को "सोलर महाशक्ति" के रूप में जाना जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन प्रमुख साइमन स्टिल ने फरवरी में कहा था कि वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा की बढ़त को पूरी तरह से अपनाने से भारत की आर्थिक वृद्धि तेज होगी.