Water Shortage In Delhi: राजधानी दिल्ली में जल्द ही लोगों को पानी की भारी क़िल्लत का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने ये आशंका जताई है. मंत्री का आरोप है कि चीफ सेक्रेटरी के कहने पर वित्त सचिव आशीष वर्मा ने अगस्त महीने से जल बोर्ड के सारे फंड को रोक दिए हैं. वित्त मंत्री के लिखित आदेश की बाद भी वित्त सचिव द्वारा अभी तक फंड जारी नहीं किया गया.
जल बोर्ड के पास कर्मचारियों की सैलरी और रूटीन कामों के लिए भी पैसे नहीं है. सभी ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है. आने वाले दिनों में कई इलाक़ों में पानी की भारी क़िल्लत, गंदा पानी और सीवर ओवरफ़्लो हो सकता है. ये एक इमरजेंसी जैसे हालात हैं, इस मामले में उपराज्यपाल तुरंत दखल दें.
'दिल्ली जल बोर्ड का 910 करोड़ रुपये बकाया है'
जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली के उपराज्यपाल को जानकारी दी है कि दिल्ली जल बोर्ड का 910 करोड़ रुपये बकाया है, जो वित्त विभाग द्वारा जारी नहीं किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, जल मंत्री ने बताया कि दिल्ली का वित्त विभाग जो दिल्ली जल बोर्ड को इंस्टॉलमेंट नियमित रूप से जारी करता है, उसके लिए फाइनेंस/प्लानिंग विभागों से अलग-अलग आपत्ति और सवाल आए, जिनका जल्द से जल्द जवाब दिया गया, लेकिन फिर भी जल बोर्ड का पैसा रोक दिया गया.
'बैठक में शामिल होने से वित्त सचिन ने किया इंकार'
जल मंत्री आतिशी ने कहा कि इस मामले के समाधान के लिए 15 नवंबर को वित्तमंत्री के तौर पर बैठक बुलाई, लेकिन वित्त सचिव आशीष चंद्र वर्मा ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया. अगस्त 2023 में दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी इंस्टॉलमेंट जारी करने के लिए कहा था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया. 17 नवंबर को दिल्ली जल बोर्ड ठेकेदार वेलफेयर एसोसिएशन ने साफ कह दिया कि वह काम बंद कर देंगे.
आतिशी ने फाइनेंस सेक्रेटरी आशीष चंद्र वर्मा को निलंबित करने और उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि दिल्ली जल बोर्ड का बकाया जल्द से जल्द जारी किया जाए. First Updated : Tuesday, 21 November 2023