एमपी अस्पताल में चाइल्ड केयर यूनिट से ऑक्सीजन पाइप लेकर चोर भागे, नवजात शिशुओं की थम गईं सांसें
एमपी के राजगढ़ अस्पताल में चोरों ने तांबे की ऑक्सीजन पाइपलाइन चुरा ली, जिससे नवजातों के लिए जीवन रक्षक ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हो गई. एनआईसीयू में ऑक्सीजन की कमी से शिशु रोने लगे और अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और चोरों की तलाश जारी है. अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को और सख्त करने की घोषणा की है.
राजगढ़, एमपी: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के एक अस्पताल में चोरों ने ऑक्सीजन पाइपलाइन चुरा ली, जिससे एक दर्जन से ज़्यादा नवजात शिशुओं की सांसें थम गईं. मंगलवार आधी रात को आरोपियों ने एनआईसीयू (चाइल्ड केयर यूनिट) की ऑक्सीजन पाइपलाइन काट दी. बच्चों की गहन चिकित्सा इकाई में 20 से ज़्यादा बच्चे भर्ती हैं. जानकारी के अनुसार, राजगढ़ जिला अस्पताल में एक गंभीर घटना घटित हुई, जिसमें 12 नवजात शिशु जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, अचानक रोने लगे.
शिशुओं की हालत में सुधार हुआ
यह घटना उस समय हुई जब अस्पताल में नवजात शिशुओं को सप्लाई की जा रही ऑक्सीजन की लाइन बंद हो गई. जैसे ही ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हुई, शिशु तुरंत रोने लगे, जिससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई. नर्सों और स्टाफ ने बिना समय गवाए डॉक्टर को सूचित किया और तुरंत ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू करने के लिए कदम उठाए. अस्पताल में मौजूद जंबो सिलेंडर से तुरंत ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई और शिशुओं की हालत में सुधार हुआ.
ताकि न हो भविष्य में ऐसी घटना दोबारा
इस घटना के बाद, एक अधिकारी ने बताया कि चोरों ने अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली पाइपलाइन को काट दिया था. यह पाइपलाइन तांबे की बनी हुई थी, जिसे चोरों ने पैसे के लिए चुराया और बेचने की योजना बनाई थी. पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और चोरों की तलाश जारी है. अस्पताल प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की बात की है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो.
अस्पताल की सुरक्षा खामियों को किया उजागर
यह घटना नवजात शिशुओं की जान को खतरे में डालने वाली थी, लेकिन समय रहते डॉक्टरी हस्तक्षेप और ऑक्सीजन की आपूर्ति से सभी शिशु सुरक्षित बच गए. इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा खामियों को उजागर किया है, जिसे सुधारने की आवश्यकता है. राजगढ़ जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ एस माथुर ने बताया कि नवजात शिशु रोने लगे जिसके बाद स्टाफ दौड़ा और पता चला उन्होंने बताया कि करीब एक महीने पहले नई बिल्डिंग में भी कुछ ऐसा ही हुआ था.