दुकान में गंदी करतूत! आइसक्रीम की पैकिंग करते समय की हरकत, वीडियो वायरल हुआ तो बंद हुई दुकान
केरला के कोझीकोड में "आइस मी" नामक पॉप्सिकल शॉप के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. यह कदम एक वीडियो के वायरल होने के बाद उठाया गया, जिसमें पॉप्सिकल निर्माता को पैकिंग से पहले गंदी हरकत करते हुए पकड़ा गया हैं. अब फ्लेवर्ड आइस के सैंपल जांच के लिए मलाप्परंबा, कोझीकोड के क्षेत्रीय विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं.
Kerala news: केरला के कोझीकोड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया हैं. यहां एक आइसक्रीम दुकान में पॉप्सिकल पैक करते समय शख्स पहले उसे चाटता और फिर पैक करता हैं.
ये वीडियो कोझीकोड के एलेटिल वट्टोली के किझक्कोथु पंचायत क्षेत्र में स्थित "आइस मी" नामक पॉप्सिकल शॉप का हैं. जहां, पॉप्सिकल शॉप के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. वीडियो वायरल होने के बाद इस कदम को उठाया गया, जिसमें पॉप्सिकल निर्माता रशीद को पैकिंग से पहले हर पॉप्सिकल का स्वाद चखते हुए देखा गया.
Asianet News report:, 'They tasted the ice cream.'
— Pratheesh Viswanath (@pratheesh_Hind) November 21, 2024
But they do know that 'tasting' isn't about licking every ice cream to check. Instead, it's a 'halal spitting practice.'
If they say such things, Kerala's secularism might collapse!
They are scared that if people find out… pic.twitter.com/zVu8ngqJrq
हरकत से लोगों में गुस्सा
रशीद, जो कुनमंगलम के चूलम वायल के अंबालापरमबिल इलाके का निवासी है, उसकी इस हरकत से लोगों में भारी आक्रोश हैं. जानकारी मिलते ही खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत जांच शुरू की. कोडुवल्ली पुलिस ने दुकान को सील कर दिया और मामला संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया. खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनीस रहमान और जूनियर स्वास्थ्य निरीक्षक पी.एम. विनोद ने दुकान का निरीक्षण किया और फ्लेवर्ड आइस के सैंपल जांच के लिए मलाप्परंबा, कोझीकोड के क्षेत्रीय विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला में भेजे.
दुकान का पंजीकरण निलंबित
रहमान ने बताया, "दुकान का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है, और आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त को सौंप दी गई है." दुकान संचालक ने दावा किया कि ये पॉप्सिकल बिक्री के लिए नहीं थे, बल्कि उनके परिवार के लिए बनाए गए थे क्योंकि मशीनरी महीनों से बंद पड़ी थी. हालांकि, निरीक्षण में पाया गया कि दुकान अस्वच्छ थी, जिसके चलते इसे बंद कर दिया गया.
जूनियर स्वास्थ्य निरीक्षक विनोद ने कहा कि आइस मेकिंग यूनिट और रिटेल आउटलेट कई महीनों से बंद पड़े थे. उन्होंने आगे कहा, "निर्माता के इस व्यवहार के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है."
अब प्रयोगशाला परीक्षण के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है, जिसके आधार पर दुकान और संचालक के खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस घटना ने छोटे पैमाने पर खाद्य उत्पादन इकाइयों में स्वच्छता मानकों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.