Union Budget 2024: देश की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को बजट पेश करने वाली हैं. इस बार का बजट बेहद अहम रहने वाला है. क्योंकि मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल का बजट पेश करने जा रही है. वहीं इससे पहले वित्त मंत्री ने 2 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश किया था. ऐसे में सभी क्षेत्रों, जैसे प्राइवेट सेक्टर, गवर्नमेंट सेक्टर, देश के युवा, कॉलेज के छात्र, किसान आदि, सभी को उम्मीदें होती हैं कि बजट में उनके लिए खास ध्यान रखा जाए. इन सबके मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्री-बजट मीटिंग्स कर रही हैं.
इस मीटिंग में बजट को तैयार करने से जुड़े अहम फैसले लिए जाते हैं. इस दौरान वित्त मंत्री विभिन्न सेक्टर के स्टेकहोल्डर्स जैसे राजस्व विभाग, इंडस्ट्री यूनियन, किसान यूनियन, ट्रेड यूनियन, इकोनॉमिस्ट आदि के साथ चर्चा करती हैं. इसके साथ ही देश के व्यापारियों, कॉरपोरेट्स और अलग-अलग सेक्टर के संगठनों से भी चर्चा की जाती है. इसके अलावा विभिन्न मंत्रालयों, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और स्वायत्त निकायों से भी बजट की तैयारी के लिए संबंधित सभी जरूरी जानकारी जमा की जाती है.
देश के बजट की तैयारी के दौरान आर्थिक मामलों (Economic Matters) के विभाग द्वारा एक सर्कुलर जारी किया जाता है, जिसमें सभी अनुमानित वित्तीय खर्चों की जानकारी होती है. इसके बाद अलग-अलग मंत्रालयों के बीच राशि पर चर्चा की जाती है. फिर, वित्त मंत्रालय अन्य मंत्रालयों के साथ बैठक करके एक ब्लूप्रिंट तैयार करता है. इसके बाद सभी मंत्रालयों के सीनियर अधिकारी फंड आवंटन (fund allocation) के लिए वित्त मंत्रालय के साथ चर्चा करते हैं. यह पूरी प्रक्रिया बजट तैयार करने की सबसे अहम सीढ़ी है. इस दौरान अन्य मंत्रालयों और वित्त मंत्रालय के बीच समझौता किया जाता है.
आपको बता दें, कि सरकार को जो भी आय मिलती है उसका प्रमुख स्रोत टैक्स, राजस्व, जुर्माना, सरकारी शुल्क, डिविडेंड आदि होता है. हर साल फरवरी में पेश होने वाले केंद्रीय बजट के जरिए सरकार का मुख्य उद्देश्य अलग- अलग क्षेत्रों में निवेश करना, आय के साधन बढ़ाना, और आर्थिक ग्रोथ को बढ़ावा देना होता है. इसके अलावा, सरकार गरीबी और बेरोजगारी को कम करने के लिए योजनाएं बनाती है और आधारभूत ढांचे जैसे क्षेत्रों में निवेश करती है.
बजट के इतिहास के बारे में बात करें तो, भारत का पहला बजट आजादी के बाद 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था, जिसे देश के पहले वित्त मंत्री शनमुखम चेट्टी ने जारी किया था. वहीं भारत के गणतंत्र बनने के बाद, पहला केंद्रीय बजट 28 फरवरी 1950 को पेश किया गया था. अंग्रेजी हुकूमत के दौरान, भारत का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था, जिसे ब्रिटिश गवर्नमेंट के फाइनेंस मिनिस्टर जेम्स विल्सन ने प्रस्तुत किया था. First Updated : Monday, 22 July 2024