'तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का जोरदार कदम: श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़े गए मछुआरों की रिहाई के लिए जयशंकर से की अपील!'
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार 17 मछुआरों और उनकी नावों की जल्द रिहाई के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कूटनीतिक कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने मछुआरों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं का हवाला देते हुए, इस साल हुई कई गिरफ्तारी और हमलों का जिक्र किया. क्या केंद्र सरकार इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेगी? जानिए पूरी खबर में!
TN CM Bold Move Urges: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाल ही में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में लिए गए 17 मछुआरों और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं की तुरंत रिहाई के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. इस पत्र में मुख्यमंत्री ने श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा भारतीय मछुआरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और गिरफ्तारी के मामलों पर अपनी चिंता जाहिर की.
17 मछुआरे और उनकी नावें श्रीलंकाई हिरासत में
तमिलनाडु के रामेश्वरम के तट से 24 दिसंबर को दो मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाओं सहित 17 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया. इन नावों के पंजीकरण नंबर IND-TN-10-MM-206 और IND-TN-10-MM-543 हैं और ये अभी श्रीलंका की हिरासत में हैं. मुख्यमंत्री स्टालिन ने बताया कि यह घटना भारतीय मछुआरों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है, क्योंकि बार-बार इस तरह की गिरफ्तारियां होती रहती हैं, जिससे मछुआरे असुरक्षित महसूस करते हैं.
मछुआरों पर बढ़ते हमले और गिरफ्तारी के मामले
मुख्यमंत्री ने श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा मछुआरों पर किए गए हमलों का उल्लेख किया. 20 दिसंबर को, नागपट्टिनम जिले के कोडियाक्कराई गाँव के मछुआरों पर छह अज्ञात श्रीलंकाई नागरिकों ने हमला किया था. इस हमले में तीन मछुआरे घायल हो गए थे और उनके मछली पकड़ने के उपकरण जैसे जीपीएस डिवाइस, मोबाइल फोन और पकड़ी गई मछलियाँ चुरा ली गई थीं. इस घटना ने मछुआरा समुदाय के बीच असुरक्षा की भावना को और भी बढ़ा दिया है.
मछुआरों की सुरक्षा का मुद्दा लगातार उठाया जा रहा है
मुख्यमंत्री स्टालिन ने राज्य के मछुआरों की बढ़ती असुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जताते हुए कहा कि इस साल अकेले 530 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है और 71 मछली पकड़ने वाली नावों को जब्त किया गया है. उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए मछुआरों की तत्काल रिहाई के लिए कूटनीतिक कदम उठाए जाएं और भविष्य में मछुआरों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं.
मुख्यमंत्री का आग्रह
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा कि मछुआरों के खिलाफ इस तरह की लगातार घटनाओं से उनकी आजीविका और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ रहा है. उन्होंने केंद्र से कड़े कदम उठाने का अनुरोध किया ताकि मछुआरों को उनके पारंपरिक जल क्षेत्रों में सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से काम करने का अधिकार मिल सके.
मछुआरों का समुदाय
तमिलनाडु में मछुआरों का समुदाय बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण है और उनके लिए समुद्र में काम करना एकमात्र आजीविका का साधन है. राज्य सरकार ने हमेशा मछुआरों की सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता माना है और मुख्यमंत्री स्टालिन का यह पत्र इस बात का संकेत है कि मछुआरों के खिलाफ श्रीलंकाई अधिकारियों की हिंसा और गिरफ्तारी के मामलों पर कड़ा रुख अपनाया जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार इस मामले में जल्द से जल्द कूटनीतिक कार्रवाई करेगी ताकि मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.