Parliament Attack 2001: संसद भवन में हुए आतंकी हमले की आज 22वीं बरसी है. इस मौके पर पीएम मोदी ने संसद पर हमले में शहीद हुए जवानों को याद किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी.
पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेताओं ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम मोदी ने शहीदों के परिजनों से भी मुलाकात की.
इस मौके पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट भी लिखा.
इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आज हम 2001 में संसद हमले में शहीद हुए वीर सुरक्षाकर्मियों को याद कर रहे हैं और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं. खतरे के सामने उनका साहस और बलिदान हमारे देश की स्मृति में सदैव अंकित रहेगा.
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले बहादुर सुरक्षाकर्मियों का देश हमेशा ऋणी रहेगा. इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को खत्म करने का संकल्प दोहराया.
संसद हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और अन्य नेताओं ने हमले में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी.
ठीक 22 साल पहले आज ही के दिन 13 दिसंबर 2001 को संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था. कई विधेयकों पर चर्चा के बाद सदन स्थगित कर दिया गया. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सदन से वॉकआउट कर दिया था. लेकिन घर में कई लोग मौजूद थे. इसी बीच करीब साढ़े 11 बजे अचानक फायरिंग शुरू हो गयी. इससे पहले कि घर के सिपाही कुछ समझ पाते, हमलावरों ने तेजी से हमला करना शुरू कर दिया. ये मुठभेड़ करीब 4 बजे तक जारी रही. जिसमें 5 हमलावर मारे गए. इस हमले में छह सुरक्षाकर्मी, दो संसद सुरक्षाकर्मी और एक माली भी मारे गए. उस समय देश की संसद के सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की रक्षा की थी. इस हमले में 18 लोग घायल हो गए. संसद भवन पर हमला करने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद थे. इस हमले में कुल 14 लोगों की जान चली गई. First Updated : Wednesday, 13 December 2023