धीरे-धीरे बढ़ेगी ठंड, पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद उत्तर भारत में तापमान गिरने के आसार
Today Weather: इस बार ठंड धीरे-धीरे दस्तक देगी और अचानक तापमान में गिरावट नहीं आएगी।.भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन-चार दिनों में तापमान में हल्की गिरावट शुरू होगी. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं के कारण जल्द ही ठंड बढ़ने की संभावना है.
Today Weather: दिवाली भी बीत गई लेकिन दिल्ली-NCR में ठंड नहीं आई। अभी भी काफी घरों में लोग AC और पंखे चलाकर सो रहे हैं. इस बार ठंड धीरे-धीरे दस्तक देगी और अचानक तापमान में गिरावट नहीं आएगी।.भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन-चार दिनों में तापमान में हल्की गिरावट शुरू होगी.
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं के कारण जल्द ही ठंड बढ़ने की संभावना है. हालांकि, IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने फिलहाल अत्यधिक ठंड पड़ने की आशंकाओं से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि प्रशांत महासागर में अभी ला-नीना की स्थिति नहीं बनी है, जिससे जनवरी में ही ठंड के बढ़ने की संभावना होगी।
तापमान धीरे-धीरे घटेगा, ठंड महसूस होने में समय लगेगा
IMD के अनुसार, अगले हफ्ते से उत्तर भारत में तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आना शुरू होगी। अगले एक हफ्ते के दौरान ठंड का अहसास ज्यादा नहीं होगा क्योंकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान अभी औसत से दो से पांच डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि नवंबर को ठंड का मौसम नहीं माना जाता है, असली ठंड दिसंबर और जनवरी में महसूस होती है।
ला-नीना नहीं बनने से ज्यादा ठंड की संभावना कम
महापात्रा ने बताया कि इस बार अधिक ठंड पड़ने की संभावना कम है क्योंकि अभी तक ला-नीना की स्थिति नहीं बनी है। अगर दिसंबर में यह स्थिति बनती है तो जनवरी में अत्यधिक ठंड पड़ सकती है। ला-नीना की स्थिति प्रशांत महासागर के पानी को ठंडा करती है, जिससे शीत लहर का प्रभाव बढ़ सकता है। इसके विपरीत, अल-नीनो की स्थिति महासागर को गर्म करती है, जिससे ठंड का असर कम होता है.
कुछ क्षेत्रों में अधिक तापमान, कुछ में अधिक वर्षा
मौसम विभाग ने बताया कि नवंबर महीने में पूर्वोत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक हो सकता है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे आ सकता है, जिससे ठंड में बढ़ोतरी होगी। नवंबर में उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण दक्षिण भारत के तटीय इलाकों और कुछ अन्य क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। उत्तर और मध्य भारत में सामान्य से कम वर्षा होगी.
पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण बदला मौसम का रुख
पिछले तीन-चार दिनों से पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण 31 अक्टूबर से उत्तर भारत में ठंडी हवाएं चलने लगी हैं. इन हवाओं के चलते अगले कुछ दिनों तक तापमान में गिरावट का असर दिखाई देगा. इसके बाद मौसम साफ होने के साथ तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आनी शुरू होगी. IMD की इस चेतावनी के अनुसार, इस साल ठंड की शुरुआत धीमी रहेगी और असली ठंड का अनुभव दिसंबर और जनवरी में ही होगा.