जल्द आ रहा है सरकारी ट्रू कॉलर, फर्जी कॉल पर कसेगी नकेल, कॉलर नहीं छुपा पाएंगे अपनी पहचान
TRAI: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने शुक्रवार को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सेवा की शुरूआत को लेकर सिफारिशें जारी की हैं.
TRAI Released Recommendations On CNAP: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने शुक्रवार को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सेवा की शुरूआत को लेकर सिफारिशें जारी की हैं. दूरसंचार विभाग ने TRAI से कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सुविधा शुरू करने पर अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करने का अनुरोध किया था. इस संबंध में ट्राई ने एक परामर्श पत्र जारी कर इसके पक्ष और विपक्ष में हितधारकों से विचारों की मांग की थी.
बता दें कि 09 मार्च, 2023 को सुझाव पत्र पर एक खुली चर्चा के दौरान हितधारकों से प्राप्त सुछाव और सलाह के आधार पर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप दिया है. इन सिफारिशों में कई तह की मुख्य विशेषताएं शामिल हैं.
ये हैं वो मुख्य विशेषताएं-
- भारतीय दूरसंचार नेटवर्क में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) अनुपूरक सेवा शुरू की जानी चाहिए.
- कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन (सीएलआई) को आईटीयू अनुशंसा/आईपी पते के ई.164 के अनुसार निर्दिष्ट टेलीफोन नंबर और कॉलिंग नाम (सीएनएएम) या किसी अन्य पहचान के अनुसार कॉल करने वाले/प्रारंभ करने वाले ग्राहक की पहचान के रूप में फिर से समय-समय पर लाइसेंसकर्ता द्वारा परिभाषित किया जाना चाहिए.
- सभी सेवा प्रदाताओं को अपने टेलीफोन ग्राहकों को उनके अनुरोध पर कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) पूरक सेवा प्रदान करनी चाहिए.
- ग्राहक आवेदन प्रपत्र (सीएएफ) में टेलीफोन ग्राहक द्वारा प्रदान की गई नाम पहचान जानकारी का उपयोग सीएनएपी के प्रयोजन के लिए किया जाना चाहिए.
- भारतीय दूरसंचार नेटवर्क में सीएनएपी के कार्यान्वयन के लिए एक तकनीकी मॉडल की रूपरेखा तैयार की गई है.
- सिफारिशों की मंजूरी के बाद सरकार को उपयुक्त कट-ऑफ तारीख के बाद भारत में बेचे जाने वाले सभी उपकरणों में सीएनएपी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उचित निर्देश जारी करना चाहिए.
- ऐसे नाम के स्वामित्व को साबित करने के लिए आवश्यक दस्तावेज.
असली कॉलर की होगी पहचान
बता दें कि इस मसौदे को लागू होने के बाद जल्द ही आपके मोबाइल पर नंबर के साथ कॉलर का असली नाम भी आएगा. अब फोन पर वही नाम आएगा, जो उसने अपने मोबाइल कनेक्शन के फॉर्म में दिया होगा. इस तरह फर्जी कॉल पर लगाम लगेगी और असली कॉलर की पहचान होगी.