तीन दिन में संगीत के दो दिग्गजों ने कहा अलविदा: बीमार माँ को दवाई की जगह संगीत सुनाने वाली शास्त्रीय संगीतकार का देहांत
Prabha Atre Passed Away: मशहूर संगीतकार प्रभा अत्रे का 92 वर्ष की आयु में देहांत हो गया है, बताया जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया था. लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले उन्होंने दम तोड़ दिया.
Prabha Atre Passed Away: मशहूर शास्त्रीय संगीताकार प्रभा अत्रे अब हमारे बीच में नहीं रही, पद्मश्री, पद्मभूषण सिंगर ने 92 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक आने के कारण निधन हो गया. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें पुणे के एक अस्पताल ले जाया गया. लेकिन हॉस्पिटल में पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि कुछ दिन बाद ही वह मुंबई में एक कॉन्सर्ट करने जाने वाली थीं.
अस्पताल पहुंचने से पहले संगीतकार ने तोड़ा दम
मीडिया की खबरों की मानें तो सिंगर प्रभा अत्रे को को शनिवार की सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उनके परिवार वाले पुणे के दीनानाथ हॉस्पिटल ले गए. लेकिन अस्पताल में पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है आने वाले दिनों में अत्रे जी मुंबई में एक कार्यक्रम शामिल होने वाली थी कि उससे पहले ही उनकी मृत्यु हो गई. इस कार्यक्रम की तैयारी भी पूरी कर ली गई थी.
मां के लिए सीखना शुरू किया था संगीत
प्रभा अत्रे का जन्म पुणे में 13 सितंबर 1932 को हुआ था, उनके साथ म्यूजिकल करियर जितना खास रहा उतना ही उनका संगीत सीखना भी काफी रोचकदार रहा. बता दें कि प्रभा आठ वर्ष की थी तब उनकी मां इंदिराबाई अत्रे जी बीमार रहने लगी थीं तब उनके किसी दोस्त ने मां को क्लासिकल संगीत सुनाने की सलाह दी थी. साथ ही कहा कि वह मन से भी अच्छा फील करेंगी और उनके स्वास्थ्य में भी सुधार होगा. इसके बाद ही प्रभा अत्रे ने संगीत सीखना शुरू कर दिया. तभी से संगीतकार ने शुरूआत में मां के लिए सीखा लेकिन बाद में उनके जीवन का यह ऐसा पार्ट बन गया, जैसे मानो वह ऑक्सीजन ले रही हों.
दो साल पहले हुईं थी संगीताकर पद्मविभूषण से सम्मानित
संगीतकार अत्रे को साल 1990 में पद्मश्री और 2002 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था. वहीं, दो साल पहले साल 2022 में उन्हें पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था. प्रभा ने अपने करियर की शुरुआत एक सिंगिंग स्टेज एक्ट्रेस के रूप में की थी. उन्होंने मराठी थियेटर में भी भूमिकाएं निभाई, जिनमें संशय-कल्लोल, सौभद्रा, मानापमान और विद्याहरण जैसे संगीत नाटक शामिल थे. बता दें कि प्रभा अत्रे के पास सिंगल स्टेज में 11 बुक रिलीज करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है.