Manipur Violence: मणिपुर में नहीं थम रही है हिंसा की घटनाएं, इंफाल में दो घरों को किया आग के हवाले
Manipur Violence: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले पांच महीने से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के अलग-अलग जगहों में हर रोज हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है.
Manipur Violence: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले पांच महीने से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के अलग-अलग जगहों में हर रोज हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है. मणिपुर में जारी हिंसा के बीच पुलिस ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को बताया कि राज्य के इंफाल वेस्ट जिले में दो घरों में आग लगा दी गई. इसके अलावा इस दौरान कई राउंड गोलीबारी भी की गई.
राज्य में हुई हिंसा की ताजा घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि, यह मामला बुधवार (4 अक्टूबर) रात करीब 10 बजे पटसोई पुलिस थाना क्षेत्र के न्यू कीथेलमनबी का है. आग लगाने की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से तुरंत भाग गया. पुलिस ने आगे कहा कि फायर सर्विस की मदद से हमने तुरंत आग पर काबू पा लिया.
घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब हालात को काबू में कर लिया गया है. वहीं, इस घटना के बाद इलाके में इकट्ठा हुईं मैतेई समुदाय की महिलाओं को सुरक्षा बलों ने आगे बढ़ने से रोक दिया. इसके अलावा क्षेत्र में स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है.
तीन मई से राज्य में जारी है हिंसा
गौरतलब है कि मई महीने से ही मणिपुर में हिंसा जारी है. राज्य में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में जनजातीय एकजुटता मार्च के बाद तीन मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी. हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत की खबरें सामने आई है. वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. साथ ही कई लोगों को विस्थापित भी होना पड़ा. इसके अलावा कई लोगों के घर जला दिए गए.
मणिपुर को लेकर सरकार पर हमलावर है विपक्ष
मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की जनसंख्या लगभग 53 प्रतिशत है. वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं. पूरे मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है.