Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा के दौरान हुई गोलीबारी में दो की मौत, कांगपोकपी में बंद का ऐलान
Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में इस साल के मई में जारी हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. आज भी राज्य के अलग-अलग जगहों में हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है.
Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में इस साल के मई में जारी हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. आज भी राज्य के अलग-अलग जगहों में हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है. इस बीच एक और ताजा घटना सामने आया है, जहां कांगपोकपी जिले में सोमवार, 20 नवंबर को दो अलग-अलग समूहों के बीच हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई है. यह गोलीबारी की घटना हारथेल और कोब्शा गांवों के बीच एक स्थान पर हुई.
हालांकि यह घटना हिंसक रूप कैसे ले लिया इसकी जांच में अभी पुलिस जुट गई है. वहीं आदिवासी संगठन ने दावा किया है कि कुकी, जो समुदाय के लोगों पर बिना उकसावे के हमला किया गया. इस हिंसक घटना के खिलाफ हम जिले में बंद का ऐलान कर रहे हैं.
कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा
बता दें कि इसी साल के मई महीने से पूर्वोत्तर राज्य में मैंतेई और कुकी समुदायों की बीच हिंसा शुरू हुई थी. इसके बाद से इस इलाके के ग्रामीणों के बीच भी हिंसक झढ़पें होने लगी. ग्रामीणों के बास कई तरह के खास हथियार है. इस वजह आए दिन गोलीबारी की घटनाएं दर्ज की जाती रही हैं.
हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस बल तैनात
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा तलाशी अभियान जारी है. कुकी-जो समुदाय के लोगों पर हमले की निंदा करते हुए कांगपोकपी स्थित कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (सीओटीयू) ने कांगपोकपी जिले में आपातकालीन बंद की घोषणा की है.
सीओटीयू ने एक बैठक में यह भी मांग की कि सरकार आदिवासियों के लिए अलग प्रशासन की व्यवस्था करे. वहीं अन्य संगठन लगातार यह मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करें.