मुंबई के पोंजी घोटाले का मास्टरमाइंड निकला यूक्रेनी नागरिक, करोड़ों रुपए की ठगी

Mumbai Ponzi Scam: मुंबई में चल रही एक पोंजी स्कीम को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. इस पोंजी स्कीम में यूक्रेन के दो लोग शामिल थे, जिनमें से एक महिला भी थी.

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Ponzi Scam: मुंबई में हुए बड़े पोंजी घोटाले में एक यूक्रेनी महिला सहित दो नागरिकों के मास्टरमाइंड होने का खुलासा हुआ है. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और मुख्य आरोपी आर्टेम और ओलेना स्टोइन की तलाश में जुटी है. मुंबई पुलिस के अनुसार, आरोपी आर्टेम और ओलेना स्टोइन ने एक सोची-समझी साजिश के तहत लोगों को महंगे रत्न, सोने और चांदी में निवेश कर बड़े रिटर्न का लालच दिया. जांच में सामने आया है कि उन्होंने लग्जरी कारों का लालच देकर निवेशकों को फंसाया.

कैसे हुआ घोटाला

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते टोरेस ज्वेलरी के छह स्टोर अचानक बंद हो गए, जिससे सैकड़ों निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. इन स्टोर्स ने निवेश योजना के तहत भारी मुनाफा देने का दावा किया था. इस स्कीम के तहत एक लाख रुपये निवेश करने पर 10,000 रुपये मूल्य का मोइसैनाइट स्टोन पेंडेंट देने का वादा किया गया था. हालांकि, जांच में पाया गया कि यह पत्थर नकली थे.

धोखाधड़ी का खुलासा

पुलिस ने प्लेटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशकों, सीईओ, जनरल मैनेजर और स्टोर इंचार्ज के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोपियों पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं.

निवेशकों का दर्द

वहीं ज्यादातर निवेशक निम्न मध्यम वर्ग से आते हैं, जिनमें छोटे व्यापारी और सब्जी विक्रेता शामिल हैं. कई निवेशकों ने लाखों रुपये इस स्कीम में लगाए. एक निवेशक ने बताया, ''हमें कुछ भुगतान मिला, लेकिन फिर भुगतान बंद हो गया. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.''

कंपनी का बचाव और तख्तापलट का दावा

इसके अलावा आपको बता दें कि टोरेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो जारी कर दावा किया गया कि सीईओ तौसीफ रेयाज और चीफ एनालिस्ट अभिषेक गुप्ता ने तख्तापलट कर शोरूम में डकैती करवाई. बताते चले कि मुंबई पुलिस ने दोनों यूक्रेनी नागरिकों की तलाश तेज कर दी है और इस मामले में अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ कर रही है. First Updated : Sunday, 12 January 2025