10000 लोगों की बेकाबू भीड़, पुलिस अधिकारी की छीनी पिस्तौल...कैसे हुई मुर्शिदाबाद में हिंसा?, बंगाल सरकार ने दी रिपोर्ट
34 पन्नों की इस रिपोर्ट में पिछले सप्ताह 11 अप्रैल से शुरू होकर मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर में हुई हिंसा के पैमाने का विवरण दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 4000-5000 लोगों की बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर हमला किया और एक पुलिस अधिकारी की सर्विस रिवॉल्वर भी छीन ली. भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी.

पश्चिम बंगाल सरकार ने हाईकोर्ट को बताया है कि पिछले हफ्ते संशोधित वक्फ कानून को लेकर राज्य में हिंसा भड़कने के दौरान करीब 10,000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी. इस दौरान पुलिस को भारी बल का इस्तेमाल करना पड़ा.रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस को अपने अधिकारियों को भीड़ से बचाना पड़ा, जो घातक हथियार लेकर चल रही थी. तीन दिनों तक चली हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है.आपको बता दें कि वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन 4 अप्रैल को शुरू हुआ था.
34 पन्नों की इस रिपोर्ट में पिछले सप्ताह 11 अप्रैल से शुरू होकर मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर में हुई हिंसा के पैमाने का विवरण दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 4000-5000 लोगों की बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर हमला किया और एक पुलिस अधिकारी की सर्विस रिवॉल्वर भी छीन ली. भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी.
भीड़ हुई बेकाबू
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुर्शिदाबाद के पीडब्ल्यूडी मैदान में करीब 8000-10000 लोगों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. फिर भीड़ का एक हिस्सा अलग हो गया और करीब 5000 लोग उमरपुर की ओर बढ़ गए और राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया. भीड़ बेकाबू हो गई और गंदी भाषा का इस्तेमाल करने लगी. फिर उन्होंने पुलिस कर्मियों पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.इसके बाद भीषण लड़ाई हुई, जिसमें भीड़ ने लकड़ी के डंडों, हसुआ (हंसिया) और लोहे की छड़ों से पुलिस पर हमला कर दिया.
पुलिस ने लिया भारी बल का सहारा
रिपोर्ट में बताया गया है कि लोगों ने सब-डिवीजनल पुलिस अधिकारी की ग्लॉक पिस्तौल छीन ली, जिसमें 10 राउंड गोलियां भरी हुई थीं. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और अतिरिक्त बल बुलाया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद पुलिस ने 142 राउंड रबर बुलेट, 10 राउंड आंसू गैस, 40 राउंड स्टन शेल और 9 राउंड स्मोक बम का इस्तेमाल किया.
12 अप्रैल को उग्र भीड़ कंचनतला मस्जिद के पास जमा हुई और घोषपारा में हिंदू परिवारों के घरों में तोड़फोड़ करने की कोशिश की. जाफराबाद में दो लोगों की हत्या कर दी गई. अब तक कुल 60 एफआईआर दर्ज की गई हैं.


