Uniform Civil Code News : देश में पिछले कई दिनों से यूनिफॉर्म सिविल कोड पर लगातार चर्चाएं हो रही है. यूसीसी को लेकर देश की राजनीति भी गरमाई हुई है. तमाम पार्टी के नेता इस पर अपनी बात रख रहे हैं. कोई यूसीसी के पक्ष में है तो कोई इसके खिलाफ है. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने यीसीसी पर अपना बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कुरान के खिलाफ कुछ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि शरीयत ने जो हुक्म दिया है सिर्फ वो ही मान्य है.
सपा सांसद इस दौरान कहा कि जो भी मुसलमान यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन कर रहे हैं वो इस्लाम छोड़ दें. उन्होंने कहा यूसीसी को मुसलमानों पर थोपने की कोशिश हो रही है. एसटी हसन ने कहा चाहे कितने भी बिल आ जाएं, हमें जो शरीयत ने हुक्म दिया है, हम वो ही काम करेंगे.
एसटी हसन ने कहा कि कम उम्र में लड़कियों की शादी केवल इस्लाम में नहीं बल्कि बाल विवाह भी होता है. कुरान में तीन तलाक के बारे में कहीं भी नहीं कहा गया, इसलिए लोगों ने उसे स्वीकार किया. उन्होंने ये भी कहा कि वोट हासिल करने के लिए इस्लाम को बदनाम कर वोद हासिल करते हैं.
समान नागरिक संहिता से अभिप्राय है भारत में रहने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए एक समान कानून होना चाहिए. फिर चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो. यूसीसी के तहत शादी, तलाक जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही काननू लागू होगा. इसका अर्थ निष्पक्ष कानून है. जोकि किसी धर्म से कोई संबंध नहीं रखता है. First Updated : Sunday, 02 July 2023