यूपी के बरेली में एक सप्ताह पहले हुए पथराव की वजह से अभी भी तनातनी का माहौल है. इस बार गहमागहमी के इस माहौल में मजहब विशेष की महिलाएं भी एक्टिव नजर आ रही हैं. सावन के सोमवार से ठीक एक दिन पहले ये विवाद कावड़ियों के रास्ते से गुजरने को लेकर हो रहा है.
बता दें कि पूरा मामला यूपी के बरेली के जोगी नवादा का है जहां से चक महमूद के कांवड़ियों को गुजरना है. इस इलाके में रहने वाले बाहुल्य समुदाय की मांग है कि यहां से कांवड़ यात्रा न गुजारी जाए. वहीं दूसरी तरफ कांवड़िये भी इस बात को लेकर अड़े हुए हैं कि कांवड़ यात्रा इसी मार्ग से होकर जाएगी.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन सख्त हो चुका है. क्षेत्र में RRF और पुलिस बल की तैनाती बड़े स्तर पर कर दी गई है. खबर मिल रही है कि महिलाएं भी कांवड़ियों को रोकने के लिए उस मार्ग पर धरने में बैठ गई हैं. मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक उनका कहना है कि ये नई रीत नहीं चलनी चाहिए.
हालांकि इस मामले में कांवड़ के जत्थेदार राकेश कुमार का कहना है कि इस मार्ग से कांवड़ ले जाने का सिलसिला 2008 से चलता आ रहा है. उन्होंने बताया कि हर बार वे इबादत स्थल के पास डीजे बंद कर लेते हैं और इसबार भी वे ऐसा ही करेंगे.
इस मसले पर मुस्लिम समुदाए की तरफ से विरोध कर रहे शराफत अल्वी का कहना है कि इस तरह का जत्था कभी सार्वजनिक रूप से नहीं निकाला गया है. बता दें कि पुलिस दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराने का प्रयास कर रही है.
बताते चलें कि इस क्षेत्र में पिछले सप्ताह भी कांवड़ यात्रा के दौरान तनातनी देखने को मिली थी. खबरों की मानें तो एक सप्ताह पहले यहां पर पथराव की घटना को अंजाम दिया गया था. First Updated : Sunday, 30 July 2023