UPSC Result: 56 वीं रैंक आने पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे अर्नव मिश्र, कई बार चेक किया था रोल नंबर

UPSC Result: यह कहानी यूपी के रायबरेली जिले के रहने वाले अर्नव मिश्र की है जिन्होंने यूपीएससी में 56 वी रैंक हासिल की हैं हालांकि जब उनका रिजल्ट आया तो उनको भरोसा नहीं हुआ कि उनको 56 वां रैंक प्राप्त हुआ है।

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

UPSC Result: जब अर्नव अपना रिजल्ट चेक किए तो उनके होश उड़ गए, उनको यूपीएससी में 56 वीं रैंक हासिल हुई जिसे देखकर वह भरोसा नहीं कर पा रहे थे और बार-बार अपना रोल नंबर डालकर चेक कर रहे थे हर बार अपने नाम का एक एक लेटर चेक करके कंफर्म कर रहे थे कि उन्हें सच में 56 वीं रैंक हासिल हुई है।

UPSC Result 56th rank: अर्नव 28 साल के हैं उनकी बड़ी बहन आरुषि मिश्रा भी आईएएस ऑफिसर है और उनके पति भी एक आईएएस अधिकारी हैं। ऐसे में जब अर्नव ने अपनी बहन को अपने रिजल्ट की जानकारी दी तो उनकी बहन भावुक हो गई और खुशी के मारे उनके आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे। अर्नव उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले हैं उनके पिता का नाम अजय मिश्रा है जो पेशे से वकील है और उनकी माता का नाम नीता मिश्रा है जो कि एक शिक्षिका है।

अर्नव से जब सवाल पूछे गए कि आपको यूपीएससी में 56 वीं रैंक प्राप्त हुआ है क्या आपको इसकी उम्मीद थी, आपको कैसा लगा था? इसका जवाब देते हुए अर्नव ने कहा था कि एक पल के लिए तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ यह सपना साकार होने जैसा था। मैंने आगे कहा कि, यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में इतने दिन इतनी रात निकल जाती हैं। हालांकि, जब वह पल आता समझ में नहीं आता कि रिएक्ट कैसे करें, जब मेरा रिजल्ट आया तो मैं कई बार अपना रोल नंबर दर्ज करके चेक किया एडमिट कार्ड मंगवा कर चेक किया रोल नंबर सही सही मिलान किया नाम के एक-एक अक्षर को मिलाया। जब मुझे तसल्ली हो गई तो मैंने अपने पेरेंट्स को फोन किया वह काफी अच्छी फीलिंग थी।

पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग करते थे?

इस सवाल पर जवाब देते हुए अर्नव ने कहा कि सोशल मीडिया हमारे समाज का एक आईना है इंसान एक सामाजिक प्राणी है इसलिए सोशल मीडिया से जुड़े  रहना और बातचीत करना जरूरी है, लेकिन एक लिमिट के अनुसार उसका उपयोग करना चाहिए और मैंने इसे फॉलो किया है। अर्नव, सोशल मीडिया को अपनी पढ़ाई के तौर पर यूज़ करते थे। वह एग्जाम से रिलेटेड या स्टडी मैटेरियल जानकारी सोशल मीडिया से लेते थे वह व्हाट्सएप टेलीग्राम इन सब चीजों का का भी इस्तेमाल करते थे। अर्नव ने आगे कहा कि, आप सोशल मीडिया को कंट्रोल करें ना कि वह आपको ऐसा बैलेंस बना कर चलना चाहिए।

56 वी रैंक लाने और अपनी पूरी मेहनत का श्रेय  अर्नव अपनी बहन आरुषि मिश्रा को देते हैं अर्नव अपनी बहन को गुरु मानते हैं आरुषि ने अर्नव की तैयारी में मेंटर और गाइड की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जब अरुण ने अपनी रिजल्ट की जानकारी फोन पर दी तो वह खुशी के मारे रोने लगी अर्नव ने कहा कि खुशी से उनके आंसू रुके ही नहीं रुके मैं फोन पर था लेकिन फिर भी मुझे सुनाई दे रहा था कि वह रो रही है।

क्या यूपीएससी क्लियर करने के लिए दिन-रात पढ़ना पड़ता है?

इस सवाल का जवाब देते हुए अर्नव कहते हैं कि पढ़ाई  कितने घंटे करने चाहिए यह ज्यादा जरूरी नहीं है जितना आपकी पढ़ाई की क्वालिटी है। हर किसी के लिए समय निर्धारित करना जरूरी नहीं है, आपको अपनी क्षमता के अनुसार पढ़ना चाहिए। मैंने उन लोगों को भी देखा है जो काफी कम समय और ज्यादा समय भी पढ़कर अच्छी रैंक लाए हैं।

अर्नव ने आगे बताया कि उन्होंने अपनी पढ़ाई 12वीं तक रायबरेली से ही की है उसके बाद आईआईटी, जेईई क्वालीफाई करके जोधपुर से बीटेक कंप्लीट किया था। जब थर्डईयर में थे तब उन्हें एहसास हुआ कि यूपीएससी क्लियर करके आप किस तरह ग्राउंड लेवल पर इफेक्ट डाल सकते हैं ,उस दौरान उनकी बहन भी यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। अर्नव को अपनी बहन से भी  यूपीएससी क्लियर करने की प्रेरणा मिली जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी और उसका परिणाम है कि उन्होंने ऑल इंडिया ओवर में यूपीएससी में 56 वीं रैंक हासिल की है।

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03 June 2023, 05:59 PM IST

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