NCRB Report 2022: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने हाल ही में देश में हो रहे अपराध से संबंधित आंकड़े जारी किया है. एनसीआरबी की रिपोर्ट में जो आंकड़े सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं. बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ और महिला सुरक्षा को लेकर दंभ भरने वाली उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम दावे खोखले नजर आ रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में महिला अपराध से जुड़े मामले सबसे ज्यादा दर्ज किए गए हैं. जबकि महाराष्ट्र दूसरे और राजस्थान तीसरे नंबर पर है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने हाल ही में अपना वार्षिक रिपोर्ट 'क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट 2023' जारी किया. इस रिपोर्ट में देश में हुए अपराधों की विस्तृत जानकारी दी गई है. एनसीआरबी ने अपने रिपोर्ट में जानकारी दी है कि साल 2022 में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 65,743 मामले दर्ज किए गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में साल दर साल अपराध के आंकडे बढ़ा भी है. इन आंकड़ों से यह भी पता चला है कि साल 2021 तक लंबित मामलों को राज्य सरकार द्वारा जांच तक नहीं कराई गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में हुए 11,732 मामले की जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है. यूपी में साल 2020 में कुल 49, 385, साल 2021 में 56,083 और 2022 में 65,743 मामले दर्ज हुए हैं. ये आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि यूपी में साल दर साल मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है. यहां साल 2020 में कुल 31,954, साल 2021 में कुल 39,526 और साल 2022 में 45,331 मामले सामने आए हैं. महाराष्ट्र की स्थिति भी उत्तर प्रदेश जैसी ही है जहां हर साल मामले में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस सूची में तीसरे नंबर पर राजस्थान है जहां साल 2020 में 34,535, साल 2021 में 40,738 और साल 2022 में 40,058 मामले को दर्ज किया गया है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक इस सूची में चौथे नंबर पर पश्चिम बंगाल है जहां साल 2020 में 36,439, साल 2021 में 35,884 और साल 2022 में 34,738 मामले दर्ज हुए है. वहीं, पांचवे नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां साल 2020 में 25,640, साल 2021 में 30,673 और साल 2022 में 32,765 मामले दर्ज किए गए हैं. मध्य प्रदेश में भी हर साल महिलाओं के साथ हिंसा के मामले में बढ़ोतरी देखी जा रही है. First Updated : Wednesday, 13 December 2023