'पाकिस्तान का या तो भारत में विलय या हमेशा के लिए होगा खत्म', सीएम योगी ने कह दी बड़ी बात
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में विभाजन विभीषका स्मृति दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान का या तो भारत में विलय होगा या फिर हमेशा के लिए इतिहास से समाप्त हो जाएगा. महर्षि अरविंद ने 1947 में ही घोषणा करते हुए कहा था कि आध्यात्मिक जगत में पाकिस्तान की कोई वास्तविकता नहीं है.
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री येगी आदित्यनाथ का बयान अक्सर सुर्खियों में बना रहता है. एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया जिसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है. दरअसल उन्होंने लखनऊ में आयोजित विभाजन विभीषका स्मृति दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान का या तो भारत में विलय होगा या फिर हमेशा के लिए इतिहास से समाप्त हो जाएगा. महर्षि अरविंद ने 1947 में ही घोषणा करते हुए कहा था कि आध्यात्मिक जगत में पाकिस्तान की कोई वास्तविकता नहीं है.
इस दौरान सीएम योगी ने आगे कहा कि जब आध्यात्मिक जगत में किसी का वास्तविक स्वरूप नहीं है तो उसको नष्ट ही होना है. उसकी नस्वरता को हमें संदेह की निगाह से नहीं देखना चाहिए. हमें यह मानना चाहिए कि यह होगा, लेकिन इसके लिए हमें भी तैयार होना होगा. हमें अपनी उन गलतियों का परिमार्जन करना होगा, जिन गलतियों के कारण विदेशी आक्रांताओं को भारत के अंदर घुसने और भारत के पवित्र तीर्थ स्थलों को तोड़ने और भारत की अखंडता और संस्कृति को नष्ट करने का अवसर देने प्राप्त हुआ था.
पाकिस्तान पर बड़ी बात बोल गए सीएम
साथ ही कहा कि उस प्रकार की गलतियों को और विभाजन की त्रासदी, जोकि जाति विभाजन और क्षेत्रीय विभाजन-भाषायी विभाजन के रूप में हैं, उन सबसे उबरकर हम लोगों को राष्ट्र प्रथम के तर्ज पर काम करना होगा. यह पहली बार नहीं है जब सीएम योगी ने किसी कार्यक्रम में इस तरह के बयान दिए हों.
बांग्लादेश पर भी बोले सीएम योगी
योगी ने कहा कि आज डेढ़ करोड़ हिंदू आज बांग्लादेश के अंदर चिल्ला-चिल्लाकर अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन दुनिया का मुंह बंद है. देश के सेक्युलरिस्ट का मुंह बंद है क्योंकि यह कमजोर हैं. इनको लगता है कि इनका वोट बैंक खिसक जाएगा. वोट बैंक की चिंता है, लेकिन मानवीय संवेदना इनकी मर चुकी है.
देश में बाटों और राज करो की राजनीति
आगे उन्होंने कहा कि मानवता की रक्षा के लिए उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकलने वाला है क्योंकि इन्होंने आजादी के बाद उसी प्रकार की राजनीति को प्रेरित और प्रोत्साहित किया है. उसको लेकर के आगे बढ़ते रहे हैं. यह लगातार बाटों और राज करो की राजनीति के तहत देश के अंदर कार्य करते रहे हैं.