लखीमपुर खीरी में पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में बवाल मच गया है. इस मामले में मृत व्यक्ति के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने युवक को पीटा, शव को लावारिश की तरह अस्पताल में छोड़ दिया और परिजनों से शव छीन ले गई. मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स को वहां हंगामा कर रहे और प्रदर्शन करने वालों को लाठियां भांजकर वहां से हटाया.
शव के अंतिम संस्कार न करने पर अड़े परिजन
दरअसल, यह मामला लखीमपुर खीरी के मझगई थाना इलाके का है. यहां पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया. अब परिजन शव का अंतिम संस्कार नहीं कराए जाने पर अड़े हुए हैं. इसके बाद सीओ धौरहरा ने परिजनों को कोशिशें की, लेकिन उनकी कोशिश नाकाम हुई. पीड़ित परिजनों ने मझगई और निघासन थाना सस्पेंड करने व 30 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाने की मांग की. इस मांग को सीओ ने खारिज कर दिया और झल्लाते हुए परिजनों को धमकी देकर निकल गए. सीओ धौरहरा पीपी सिंह का एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उनको धमकी देते देखा जा सकता है.
वीडियो हो रहा वायरल
वीडियो में सीओ धौरहरा पीपी सिंह परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने पहले अंतिम संस्कार की अपील की फिर न मानने पर धमकी भरे अंदाज में कहने लगे- 'ना मझगईं थाना सस्पेंड होगा, न ही निघासन थाना सस्पेंड होगा. मुआवजा भी नहीं मिलेगा. जितने दिन रखना है रख लो इस डेड बॉडी को घर पर ही. चार दिन या पांच दिन.. जीतने दिन मन करे.' यह कहकर सीओ चले गए. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस पूरे मामले का वीडियो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए बीजेपी को हृदयहीन पार्टी बताया है.
First Updated : Wednesday, 08 January 2025