अमेठी कांड का आरोपी का एनकाउंटर में घायल, भागने की कोशिश करते पुलिस ने चलाई गोली
Amethi Murder case: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में शिक्षक, उनकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चों की गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी चंदन वर्मा एनकाउंटर में घायल हो गया है. बताया जा रहा है कि आरोपी के अधिकार की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान पुलिस ने उसके पैर पर गोली चला दी जिसकी वजह से वो घायल हो गया.
Amethi Murder case: उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को बताया कि अमेठी हत्याकांड का मुख्य आरोपी चंदन वर्मा पुलिस एनकाउंटर में घायल हो गया है. पुलिस की गोलीबारी में वह घायल हो गया है. वह एक पुलिस अधिकारी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था इसी दौरान पुलिस ने उसके पैर पर गोली चला दी.
बता दें कि चंदन पर एक परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है. इस मामले में उसे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के मुताबिक आरोपी को पूछताछ के दौरान उसे वसूली के लिए ले जाया जा रहा था. इस दौरान वो पुलिस के गिरफ्त से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने तुरंत उसके पैर पर गोली चला दी जिसकी वजह से घायल हो गया.
अमेठी हत्या कांड का मामला
35 वर्षीय स्कूल शिक्षक सुनील और उनकी पत्नी पूनम (32), उनकी बेटी दृष्टि (6) और उनकी एक वर्षीय बेटी को गुरुवार को चंदन वर्मा सहित कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर गोली मार दी. हमलावरों ने पीड़ितों पर गोलियां चलाईं और मौके से भाग गए. अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने परिवार के सभी चार सदस्यों को मृत घोषित कर दिया.
परिवार ने पहले ही दर्ज कराई थी शिकायत
अगस्त में शिक्षक की पत्नी ने चंदन वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया था जिससे पुलिस को इस जांच के बारे में सुराग मिला है. इसके अलावा, पुलिस ने आरोपी का व्हाट्सएप स्टेटस भी बरामद किया है जिसमें उसने हत्याओं से संबंधित एक खुली धमकी पोस्ट की थी. जांच अधिकारियों का मानना है कि हत्या की प्लानिंग पहले से की गई थी. सूत्रों के अनुसार वर्मा ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा था, पांच लोग मरेंगे, मैं आपको जल्द ही दिखाऊंगा.' इससे पता चलता है कि आत्महत्या से पहले परिवार के सभी चार सदस्यों को मारने की प्लानिंग थी.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
जांच में यह भी पाया गया कि पूनम ने वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और छेड़छाड़ के तहत रायबरेली में एफआईआर दर्ज कराई थी. उसने कहा था कि 'अगर उसे या उसके परिवार को कुछ होता है, तो वर्मा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.' उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई जांच टीमें गठित की, जिसमें स्थानीय खुफिया इकाई और विशेष अभियान समूह भी जांच में सहायता कर रहे हैं.