Lok Sabha Election में ताकत झोंकने के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, अब यूपी में इन दिग्गज नेताओं को पार्टी देगी टिकट
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस गठबंधनों के अन्य दलों के साथ जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए अधिक सीटें मांग सकती है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली से सोनिया गांधी और अमेठी से राहुल गांधी चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे थे.
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस तैयारियों में जोरो-शोरो से जुट गई है, इस बार उत्तर प्रदेश में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए पार्टी ने अभी से ही कमर कस ली है. विपक्षी गठबंधन इंडिया को लेकर उत्तर प्रदेश में एक नया समीकरण बनाने में कांग्रेस जुट गई है. बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी पारंपरिक सीट रायबरेली और अमेठी के अलावा लखनऊ, कानपुर, सहरारनपुर समेत एक दर्ज सीट पर दावा ठोक सकती है.
कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व की आज बैठक होगी
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी को इस बार डेढ़ दर्जन के करीब सीट मिल सकती है. अब आईएनसी उन्हीं सीटों पर अपनी ताकत लगाएगी जहां पर उसका जनाधार ज्यादा है. दिल्ली में गुरुवार को कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश प्रभारियों और अध्यक्षों के साथ बैठक कर चुनाव के लिए पूरा समीकरण तैयार करेगी. वहीं, चुनाव की तैयारी को देखते हुए यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय बुधवार को यूपी जोड़ो यात्रा छोड़कर दिल्ली रवाना हो गए हैं. बताया यह भी जा रहा है कि पार्टी सीटों बंटवारे को लेकर भी चर्चा कर सकती है.
कांग्रेस बनाएगी नया जातीय समीकरण
कांग्रेस गठबंधनों के अन्य दलों के साथ जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए अधिक सीटें मांग सकती है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली से सोनिया गांधी और अमेठी से राहुल गांधी चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे थे. वहीं, गाजियाबाद, लखनऊ, कुशीनगर, सहारनपुर और कानपुर में दूसरे स्थान पर रही थी. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल दूसरे स्थान पर रहे थे. सहारनपुर की लोकसभा सीट पर इमरान मसूद 2019 में दूसरे स्थान पर काबिज रहे थे. पार्टी कानपुर सीट पर दावा ठोक सकती है साथ बीएसपी छोड़कर वापिस कांग्रेस में आए इमरान मसूद पर दावा ठोक सकती है.
आईएनसी इन नेताओं पर ताल ठोक सकती है
इसके अलावा कांग्रेस लखीमपुर खीरी वाराणसी सीट पर ताल ठोकने का पूरा प्रयास करेगी. साल 2014 और 2019 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं, लखीमपुर खीरी में पूर्व सांसद रवि वर्मा सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी उनके फिर से मैदान में उतार सकती है. लखीमपुर खीरी से जफर अली नकवी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. अब कांग्रेस उनपर दावा कर इस जीत को और आसान बनाने काम कर सकती है.