चुनाव देखकर तय की गई प्राण प्रतिष्ठा की तारीख! कांग्रेस ने शंकराचार्यों की बात न सुनने को लेकर BJP पर साधा निशाना
Ram Mandir News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहा है जिसमें कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम बताया है.
Ram Mandir News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहा है जिसमें कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम बताया है. इस बीच काग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार 12 जनवरी को एक प्रीसी कर भाजपा पर सवाल उठाया है और कहा कि क्या प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नियमों का पालन किया जा रहा है? उन्होंने ये भी कहा कि चार शंकराचार्यों ने कहा कि एक अधुरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती है.
शंकराचार्यों की चिट्ठी का सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि एक चिट्ठी पर प्रबंधनक के हस्ताक्षर हैं और दूसरे पर निजी सचिव के हैं. जबकि स्वय शंकराचार्य का वीडियो सभी लोगों ने भी देखी है. इससे जानकारी होती है कि IT सेल कितन एक्टिव हैं. दरअसल चार शंकराचार्यों ने कहा कि अयोध्या में हो रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे उनका कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा नियमों के तहत नहीं हो रही है.
कांग्रेस ने BJP पर उठाया सवाल?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पीसी कर कहा कि, ''प्राणप्रतिष्ठा करने के लिए एक प्रणाली और अनुष्ठानों का सेट है. यदि यह आयोजन धार्मिक है, तो क्या यह चार पीठों के शंकराचार्यों के मार्गदर्शन में हो रहा है? चारों शंकराचार्यों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अधूरे मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा नहीं की जा सकती. अगर यह आयोजन धार्मिक नहीं है तो राजनीतिक है.
आगे उन्होंने कहा कि, यह स्वीकार्य नहीं है कि एक राजनीतिक दल के लोग मेरे और मेरे भगवान के बीच बिचौलिए बनकर बैठे हैं. एक राजनीतिक समूह एक 'ठेकेदार' की तरह काम कर रही है. तारीख तय करने से पहले बीजेपी ने किस 'पंचांग' का हवाला दिया है? तारीख चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनी गई है.