इटावा: नायब तहसीलदार की कुर्सी पर उनकी गैरहाज़िरी में जा बैठी महिला, वीडियो हुआ वायरल, जाँच के आदेश
नायब तहसीलदार की कुर्सी पर एक महिला जब जा बैठी जब वहां कोई मौजूद नहीं था, पहले कागज उठाकर देखे फिर की फ़ोन पर बात। महिला को नायब तहसीलदार संदीप कुमार सिंह की पत्नी बताया जा रहा है।
हाइलाइट
- 23 अप्रैल 2023 का है जहां एक अनजान महिला नायब तहसीलदार की कुर्सी पर बैठकर सरकारी कामकाज करती नज़र आ रही है
उत्तर प्रदेश के इटावा में नायब तहसीलदार की कुर्सी पर बैठकर एक महिला काम करती नज़र आई। जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। यह मामला शुक्रवार 21 अप्रैल 2023 का है जहां एक अनजान महिला नायब तहसीलदार की कुर्सी पर बैठकर सरकारी कामकाज करती नज़र आ रही है।
बताया जा रहा है की वह महिला नायब तहसीलदार संदीप सिंह की पत्नी है। जब इस बारे में नायब तहसीलदार संदीप सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया की जब वह कार्यालय में नहीं थे जब उनकी पत्नी बाज़ार से सीधे कार्यालय आ गयीं थीं, दूसरी कोई कुर्सी न होने के कारण वह कुर्सी खिसकाकर बैठ गयीं होंगी।
वायरल हो रहे वीडियो में एक महिला नायब तहसीलदार संदीप कुमार सिंह की कुर्सी पर बैठी नज़र आती हैं। पहले तो वह कुछ कागजात उठाती हैं उसके बाद फ़ोन पर कुछ देखती है। फिर बाद में वह फ़ोन पर बात करती नज़र आती है। इस वीडियो के वायरल होते ही बवाल हो गया है।
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद इटावा के उप जिला अधिकारी विक्रम सिंह राघव ने पूरे प्रकरण को लेकर के इटावा के तहसीलदार राजकुमार को जांच के आदेश दे दिए हैं। फिलहाल प्रशासनिक अमला जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है, जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारी इस पूरे प्रकरण को लेकर के कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
नायब तहसीलदार संदीप सिंह ने फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर के चुप्पी साध रखी है। संदीप सिंह जांच रिपोर्ट पूरी होने तक सामने आने के लिए किसी भी सूरत में तैयार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता गगन चतुर्वेदी ने इस पूरे प्रकरण को लेकर संदीप सिंह पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं। संदीप सिंह के कामकाज की जांच की मांग भी उन्होंने जिलाधिकारी इटावा से की है।
उनका कहना है कि संदीप सिंह लगातार कुछ ऐसे काम कर रहे हैं जो सवालों के घेरे में खड़े हुए हैं जिनकी शिकायतें फरियादियों और शिकायत कर्ताओं की ओर से कई दफा की जा चुकी है लेकिन उन पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। तहसील स्टाफ दबी जुबान से इस बात को बोल रहा है कि संदीप सिंह के काम करने का तरीका ठीक नहीं है जो शिकायतकर्ता फरियादी उनके पास अपनी तकलीफों को लेकर के आते हैं उनकी टाला मटोली करना संदीप सिंह की फितरत बन गया है। लगातार शिकायतकर्त्ता और पीड़ितों की बातों को सुनने के बाद भी अनजान बन जाना उनका आम बात हो चला है।