Ghaziabad News: पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए हेड कांस्टेबल ने मांगी 500 रुपये की घूंस, वीडियो वायरल, सिपाही सस्पेंड
Ghaziabad News: DCP शुभम पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल हो रहे इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए उस पुलिसकर्मी के खिलाफ थाना इंदिरापुरम में भ्रष्टाचारका मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
Ghaziabad News: पुलिस नाम को शर्मसार करने वाला गाजियाबाद से एक और मामला सामने आया है. जहां पासपोर्ट वेरिफिकेशन की रिपोर्ट को ठीक लगाने के नाम पर एक हेड कांस्टेबल ने 500 रुपये की रिश्वत लेने की मांग की. जिसका एक वीडियो कैमरे नें कैद कर लिया. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पुलिस अधिकारी हरकत में आ गई. जिसके साथ ही उस घूसखौर हेड कांस्टेबल को सस्पेंड किया और उसके खिलाफ थाना इंदिरापुरम में मामले भी दर्ज किया गया.
घूसखौर सिपाही का पर्दा फाश
गाज़ियाबाद- कमिश्नरेट में पासपोर्ट वेरिफिकेशन को लेकर वसूली, सिपाही का 500 घूस लेते वीडियो हुआ वायरल, हेड कांस्टेबल सचिन राघव ने ली घूस, शिप्रा चौकी पर तैनात है सचिन राघव, डीसीपी ने आरोपी सिपाही को किया निलंबित, इंदिरापुरम थाने में दर्ज हुआ मुकदमा.#Ghaziabad @ghaziabadpolice… pic.twitter.com/tnlzEDbCWj
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 17, 2023
बता दें कि हेड कांस्टेबल का नाम सचिन राघव बताया गया है. जो इंदिरापुरम थाना क्षेत्र स्थित शिप्रा मॉल पुलिस चौकी में तेनात थे. तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि हेड कांस्टेबल कुर्सी पर बैठा हुआ है जो कुछ देख रहा है. इसके आगे देखा जा सकता है कि सामने बैठा एक शख्स उसे 500 रुपये पकड़ा रहा है. जिसमें एक नोट 200 और तीन नोट 100- 100 के हैं. जिसके बाद रुपये लेकर वह हेड कांस्टेबल अपनी दराज में रख देता है. 45 सेकेंड का यह वीडियो शनिवार देर शाम को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया.
DCP शुभम पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल हो रहे इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए उस पुलिसकर्मी के खिलाफ थाना इंदिरापुरम में भ्रष्टाचारका मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही साथ उसे सस्पेंड भी कर दिया गया है. ACP स्तर को इसकी अधिकारी जांच दी गई है.
इससे पहले भी निशाने पर आई थी गाजियाबाद पुलिस
* 10 सितंबर को कविनगर थाने में सब - इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा के खिलाफ FIR दर्ज हुई, आरोप है कि दरोगा ने एक मुकदमे में चार्जशीट लगाने के नाम पर 1 लाख रुपये की घूस ली थी.