Gyanvapi Masjid: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जारी विवाद के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की रिपोर्ट आने के बाद एक नया मोड़ आ गया है. इस रिपोर्ट के आधार पर हिंदू पक्ष का कहना है कि ज्ञानवापी मस्जिद एक पुराने मंदिर के ढांचे के ऊपर बनाई गई है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन रिपोर्ट सामने आने के बाद दावा किया है कि पत्थरों में हिंदू धर्म के चिन्ह-प्रतीक मिले हैं. इसके साथ ही दो तहखानों में देव-देविताओं की मूर्ति मिली है.
रिपोर्ट में वकील ने यह भी दावा किया है कि मस्जिद जिन खंभों पर टिकी है वह नागर शैली के समय मंदिर में होती थी. इस मामले में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की रिपोर्ट अनुमान पर आधारित है और साइंटिकफिक स्टडी का मजाक उड़ा रखा है. वहीं, हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई की रिपोर्ट से पता चलता है कि वहां पर पहले से मंदिर था और बाद में उस पर मस्जिद बनाई गई थी.
हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण में स्तंभों में पहले से निर्माण मंदिर के कुछ हिस्सों को भी इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि मंदिर को तोड़ने का आदेश और तारीख पत्थर पर फारसी भाषा में लिखा हुआ है. एक पत्थर मिला है जिसमें महामुक्ति लिखा हुआ है. जैन ने यहां तक कहा कि मस्जिद के पीछे की पश्चिमी दीवार पर एक मंदिर की भी दीवार बनी हुई है. साथ ही उस दीवार पर घण्टा, वल्लरी (लताओं का उकेरा गया चित्र) और स्वास्तिक का चिह्न पाया गया है. First Updated : Friday, 26 January 2024