जो गिरे वो उठे नहीं... चश्मदीदों ने सुनाई मौत के तांडव की आंखों देखी कहानी
Hathras Satsang Accident story: मंगलवार दोपहर को हाथरस जिले में एक "सत्संग" में भगदड़ में 121 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इस घटना को अपनी आंखों से देखने वालों ने बताया कि सत्संग खत्म होते ही भीड़ खेतों से गुजर रही थी. यहां एक खेत दूसरे से नीचे था. अचानक से भीड़ को पीछे से किसी ने धक्का दिया और एक के बाद एक लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. एक शख्स ने बताया कि, फिसलन भरी जमीन के कारण लोगों के पैर फिसल गए और एक-दूसरे पर गिर गए.
![Hathras Stampede:](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_0/hathras-stampede---1220687355.webp)
Hathras Satsang Accident story: हाथरस घटना को लेकर राज्य सरकार के मीडिया सेल द्वारा साझा किए गए एक प्रेस नोट के माध्यम से, लखनऊ में अधिकारियों ने कहा कि नारायण साकार हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम के लिए हजारों भक्तों की भीड़ एकत्रित हुई थी. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित लोगों की संख्या प्रशासन की अनुमत सीमा से अधिक थी, जिससे भोले बाबा के "सत्संग" के दौरान भगदड़ मच गई.
हाथरस घटना के बारे में चश्मदीदों ने बताया कि, भीड़ का सैलाब ऐसा उमड़ा कि लोग गिरते चले गए और देखते ही देखते लोगों की मौत हो गई. इस सत्संग में हाथरस, एटा व कासगंज, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड से भी श्रद्धालु आए थे. जान गंवाने वालों में बच्चों से लेकर पुरुष महिला भी शामिल है.
![बाब का सतसंग बाब का सतसंग](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_5/---------------------------------1855194296.webp)
हाथरस घटना की कहानी
हादसे से सहमी एक महिला ने बताया कि, सत्संग खत्म होते ही भीड़ खेतों से गुजर रही थी. यहां एक खेत, दूसरे से नीचे था. अचानक पीछे से भीड़ आई और लोग उसमें गिरने लगे. भीड़ इस कदर बेकाबू हो गया कि, जो गिरा वो उठ भी नहीं सका. भीड़ लोगों को रौंदते चली गई. सत्संग सुनने आई महिला ने कहा कि, वो धक्के से थोड़ी दूरी पर थी इसलिए उसकी जान बच गई. महिला ने कहा कि धक्का उन्हें भी लगा थी लेकिन वहां मौजूद एक वालंटियर ने उन्हें संभाल लिया और वो बच गई.
सत्संग समाप्त होने के बाद मची भगदड़
हाथरस घटना की चश्मदीद महिला ने बताया कि, जब सत्संग समाप्त हो गया तो बाबा मंच से उतरकर जाने लगे उसी समय भीड़ भी तेजी से सत्संग से निकलने लगे. भीषण उमस से लोग पसीने से तर-बतर थे. ज्यादातर लोग प्यास से व्याकुल थे. जल्दी जल्दी बाहर निकलने के लिए कुछ लोग खेत से होकर निकलने लगे इसी दौरान पीछे से भीड़ आई जिसमें 2, 3 लोग गिर गए. इसके बाद फिर दोबारा भीड़ उमरी और फिर कुछ लोग अफरा तफरी में गिर गए. इसके बाद भीड़ इस कदर उमड़ी की नीचे गिर लोग उठ के बैठ भी नहीं पाए और भीड़ उन्हें रौंदते हुए गुजर गई.
![हाथरस घटना हाथरस घटना](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_5/------------------------------1990276470.webp)
हादसे के बाद अपनों को तलाशती रहीं आंखें
सत्संग में मची भगदड़ के बाद सभी अपने अपने परिजनों को तलाश रहे थे. घटना के बारे में एक महिला ने बताया कि, वो अपनी 20 वर्षीय बेटी के साथ सत्संग में गई थी. जब वो वापस लौटने लगी तो इसी दौरान एकदम से भगदड़ मच गई. उसकी बेटी अपनी चप्पल उठा रही थी तभी अचानक भीड़ पीछे से आ जाती है और उसमें फंस गई और बेहोश हो गई. महिला ने बताया कि, जब वो अपनी बेटी को लेकर अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मुख्यमंत्री ने किया मदद का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस घटना को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने घटना के जांच का भी आदेश दिया है. केंद्र और राज्य सरकार ने मरने वालों के परिजनों को दो दो लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी, गृह मंत्री समेत सभी नेताओं ने इस घटना पर अपना दुख व्यक्त किया है.