यूपी से हो रही थी लॉरेंस के हथियारों की सप्लाई, गैंगस्टर बिश्नोई को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पिछले कई सालों से सलाखों के पीछे है लेकिन उसका गैंग एक्टिव है। पुलिस की पूछताछ में बिश्नोई ने कबूला की उसने पिछले 4 साल में यूपी से 2 करोड़ से अधिक के विदेशी असलहे और कारतूस खरीदे थे।
हाइलाइट
- यूपी से हो रही थी लॉरेंस के हथियारों की सप्लाई, गैंगस्टर बिश्नोई को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा
UP News: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पिछले कई सालों से सलाखों के पीछे है लेकिन उसका गैंग एक्टिव है। पुलिस की पूछताछ में बिश्नोई ने कबूला की उसने पिछले 4 साल में यूपी से 2 करोड़ से अधिक के विदेशी असलहे और कारतूस खरीदे थे। ये खबर इसलिए हैरान कर देने वाली है क्योंकि पिछले चार सालों से यूपी में हथियारों की खरीद फरोख्त इतने आसानी से होती रही और प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। सबसे बड़ा सवाल ये है कि विदेशी असलहों का इतना बड़ा सौदागर यूपी में इतने दिनों से अपनी दुकान कैसे चला रहा था।
15 अप्रैल हो की रात को पुलिस के सामने मीडियाकर्मी के बहाने से माफिया अतीक अहमद की खुलेआम हत्या कर दी गई थी जिसमें जिगाना और गिरसाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद से ही ये प्रश्न भी तेजी से उठने लगा की शूटर्स के पास इतने आधुनिक असलहे कहाँ से आ रहे हैं। जब शूटर्स और असलहों के बीच के संबंध की जांच शुरू हुई तो ये जांच लॉरेंस गैंग तक भी पहुंची। ANI की जांच में लॉरेंस बिश्नोई ने स्वीकारा है कि उसके पास विदेशी पिस्टलों की सप्लाई यूपी से हुई थी। लॉरेंस 2017 में जब पटियाला जेल में बंद था तो उसकी मुलाकात रोहित से हुई थी और रोहित ने खुर्जा के असलहा तस्कर कुर्बान से मिलवाया था। गाजियाबाद के कुख्यात रोहित चौधरी पर 30 से ज़्यादा हत्या के मामले दर्ज हैं।
लॉरेंस विश्नोई उत्तर प्रदेश से 2019 से लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहा था। 2019 में उसने 25 लाख रुपये में पांच पिस्टल मंगवाई, 2020 में 10 विदेशी पिस्टल मंगवाई, 2021 में ₹8 लाख की AK47, 2022 में ₹35 लाख में 7 पिस्तौल और इस साल मैं अब तक 50 लाख के हथियार खरीद चुका है।
बता दें कि दिल्ली की कोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की पुलिस कस्टडी 14 जून तक बढ़ा दी है। एडवोकेट विशाल चोपड़ा लॉरेंस बिश्नोई की ओर से पेश हुए और रिमांड के विस्तार का विरोध नहीं किया।