Ghosi Bypoll 2023: घोसी उपचुनाव पर NDA और INDIA का आज लिटमस टेस्ट, 455 बूथों पर होगा मतदान... कौन मारेगा बाजी!
उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में है, वहीं 4,30,394 मतदाता के हाथों में इन उम्मीदवारों का भाग्य है. निष्पक्ष और सकुशल वोटिंग के लिए चुनाव आयोग ने वोटिंग करवाने के लिए तैयारी पूरी कर ली है.
हाइलाइट
- सपा और बीजेपी में सीधी टक्कर
- लोकसभा से पहले लिटमस टेस्ट
- कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग
Ghosi Bypoll Election: उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर आज सुबह सात से वोटिंग शुरू हो गई है, इससे पहले सबकी निगाहें बसपा के मतदाता पर भी टिकी हुई है. बसपा ने इस उपचुनाव में कोई अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है, ऐसे में कहा जा रहा है कि ये वोट बैंक चुनाव का गणित बदल सकता है. बता दें कि इस सीट पर मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच सीधा है. इस दौरान इन दोनों पार्टी के नेताओं ने जमकर प्रचार-प्रसार भी किया है.
लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के लिए लिटमस टेस्ट
अब इस चुनाव को लेक राजनीतिक जानकार बता रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले NDA और INDIA के बीच बड़ी परीक्षा है. जातीय समीकरण के आधार पर चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार की निगाहें बसपा के वोट पर टिकी हुई है. अब बसपा का वोटर जिस ओर जाएगा वही इस सीट पर जीत दर्ज करने की स्थिति में होगा. मंगलवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक वोट डाले जाएंगे.
घोसी उपचुनाव में 10 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं
बता दें कि उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में है, वहीं 4,30,394 मतदाता के हाथों में इन उम्मीदवारों का भाग्य है. निष्पक्ष और सकुशल वोटिंग के लिए चुनाव आयोग ने वोट करवाने की तैयारी पूरी कर ली है. 239 मतदान केंद्रों पर 455 बूथों पर वोट डाले जा रहे हैं. उपचुनाव में करीब 2002 अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्युटी तैनात की गई है. साथ ही 200 के करीब अधिकारियों को रिजर्व में रखा गया है.
उपचुनाव पर देशभर के लोगों की निगाहें टिकी हुई है
बताया जा रहा है कि घोसी उपचुनाव पर देश भर के लोगों की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि पिछले छह वर्षो से यहां पर चौथी बार विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. इस उपचुनाव में सपा और बीजेपी के साथ सहयोगी दलों ने भी प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा दी. अगर सुरक्षा के नजरिए से देखा जाए तो दो कंपनी आरएएफ, 10 कंपनी पीएसी, 10 कंपनी सीआईएएफ, तीन अपर पुलिस अधीक्षक, 12 एसएचओ और पांच क्षेत्राधिकारी तैनात किए गए हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार एवं एसपी अविनाश ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.