Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी परिसर में बने तहखानों में मंदिर के गर्भगृह होने का दावा किया गया है. ये दावा श्री आदिमहादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के प्रबंध ट्रस्टी डॉ रामप्रसाद सिंह ने किया है. उन्होने कहा कि इसका सर्वे मशीने के ज़रिए कराया जाए ताकि और सुबूत मिल सकें. ऐसी ही मांग हिंदू पक्ष कोर्ट में पहले भी कर चुका है. इसके चलते ही एएसआइ के सर्वे को अहम माना जा रहा है.
डॉ रामप्रसाद सिंह का कहना है कि ज्ञानवापी परिसर में तहखाने के कई हिस्सों और दीवारों को बंद कर किया गया है. डॉ रामप्रसाद सिंह के मुताबिक, तहखाना चार हिस्सों में बंटा है. दक्षिण से लेकर उत्तरी दीवार तक लंबा और पश्चिमी दीवार से परिसर के आधे हिस्से तक है. आधे हिस्से में दक्षिण की ओर व्यास जी का कमरा है, इसमे ताला लगा हुआ है, जिसकी चाबी अंजुमन इंतज़ामिया के पास है.
पूरब की तरफ दीवारों से घिरा हुआ एक बड़ा हिस्सा है जो ऊपर बने वुजूखाने के बिल्कुल नीचे है. वर्तमान में गर्भगृह के साथ मंदिर के गणेश मंडप, श्रृंगार मंडप, भैरव मंडप के हिस्से तहखाने में बंद हैं. गर्भगृह के ऊपर ही इमारत के नीचे नमाज पढ़ने का एक कमरा बना है. एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह की रिपोर्ट में कहा गया कि 'इस कमरे के नीचे की ज़मीन ठोस नहीं है.
इसके पहले भी सर्वे में तहखाने के अंदर कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने का दावा किया गया. जिसमें एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह की ने एक रिपोर्ट दी जिसमें लिखा गया है कि ''तहखानों की दीवारों पर त्रिशूल, खंभों पर घंटी, फूल, पत्तियों के आकार की कलाकृतियां बनी होने का दावा किया गया.
First Updated : Thursday, 10 August 2023