Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए विपक्षी दल इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. अखिलेश यादव ने पिछली बार हुई इंडिया गठबंधन की मीटिंग में बीएसपी की स्थिति को लेकर कांग्रेस से पूछा था कि उनका स्टैंड किया है? जिसका जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा कि इस पर कोई विचार नहीं है. लेकिन अब मायावती के करीबी माने जाने वाले सांसद ने गठबंधन में शामिल होने के लिए एक शर्त रखी है.
मामला यह है कि पिछले कुछ दिनों से मायवती दिल्ली में हैं, उनके कैडर की तरफ से बार-बार यह दबाव बनाया जा रहा है कि वह इंडिया गठबंधन में शामिल हो. ताकि बीएसपी की जमीन मजबूत होने के साथ उनका जनाधार भी बढ़े. अमरोहा से सांसद मलूक नागर ने कहा है कि अगर मायावती को लोकसभा चुनाव से गठबंधन में शामिल कराना है तो प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाकर मैदान में जाना चाहिए.
न्यूज एजेंसी से स्पष्टता के साथ बात करते हुए सांसद मलूक नागर ने कहा कि इंडिया गठबंधन आज बीजेपी को सच में चुनावी मैदान में हराना चाहता है तो उसे मायावती को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार के रूप में घोषणा करनी चाहिए. अगर गठबंधन ऐसा नहीं करता है तो आज के दौर में मोदी के काफिले को रोकना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि आज बसपा का 13 प्रतिशत वोट है जो कि विपक्ष का 37-38 फीसदी मतों को और अधिक बल दे सकता है. जो कि बीजेपी के 44 फीसदी से भी कम है. लेकिन विपक्ष अगर इन सब आंकड़ों को देखे और इसका फायदा चुनावी मैदान में लेना चाहता है तो उसे मायावती को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित करना पड़ेगा.
दिल्ली में हुई बैठक में इंडिया गठबंधन के सामने सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीएसपी को शामिल करने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या कांग्रेस गठबंधन से हटकर बीएसपी से बातचीत कर रही है. क्या वह बीएसपी को गठबंधन में शामिल करना चाहती है? क्योंकि अगर कांग्रेस इस मुद्दे पर स्पष्टता देगी तो हम भी अपना स्टैंड क्लियर करेंगे. इसके अलावा आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि हम बीएसपी से कोई बात नहीं कर रहे हैं, बस यह मीडिया में चल रहा है. First Updated : Thursday, 28 December 2023