Kashi Vishwanath Meat Liquor Ban: भारत के मशहूर मंदिरों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर है. हर दिन देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी इस मंदिर में लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. इस बीच इस मंदिर से जुड़ी एक खबर सामने आई है. दरअसल, शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 km दायरे के भीतर मौजूद मांस-मंदिरों की दुकानों पर बैन लगाने का फैसला लिया गया है. इस फैसले पर मेयर अशोक कुमार तिवारी ने मुहर लगा दी है.
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के आस पास मौजूद मीट-मछली और मुर्गे की दुकानों को शुक्रवार को अवैध घोषित करते हुए बैन कर दिया गया है. नगर निगम प्रशासन ने 2 किलोमीटर के दायरे में मौजूद 26 दुकानों को सील कर दिया है और नोटिस बोर्ड चिपका दिया है.
गौरतलब है कि, इस साल यानी जनवरी 2024 में नगर निगम सदन की बैठक में काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 किलोमीटर क्षेत्र में मांस-मछली और शराब की बिक्री पर रोक लगाने का प्रस्ताव पेश किया गया था जिस पर मेयर अशोक कुमार तिवारी ने गुरुवार को मुहर लगाई है.
गुरुवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर एक अहम फैसला लिया गया है. टाउनहाल में आयोजित सदन की बैठक की अध्यक्षता कर रहे मेयर अशोक कुमार तिवारी ने काशी विश्वनाथ मंदिर के आस पास के सभी मांस-मछली-मदिरा की दुकान बंद करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इसके अलावा इस बैठक में ये भी तय हुआ है कि, दालमंडी की सड़कों को चौड़ी करने और यहां पर नगर निगम की 145 दुकानों का किराया डीएम सर्किल रेट पर होगा. बता दें कि, इस प्रस्तावों का असर मुस्लिम बहुल इलाके दालमंडी, बेनियाबाग, नई सड़क के कारोबारियों पर पड़ सकता है.
दुकानों को बंद करने के साथ-साथ नगर निगम की टीम ने दुकान के बाहर एक नोटिस बोर्ड भी चिपकाया है. इस पर लिखा है कि, यह मुर्गा-मीट की दुकान अवैध है इस आज दिनांक 1 मार्च को बंद कराया गया है. नगर निगम की इस कार्रवाई पर मीट दुकानदारों का कहना है कि, हमारी दुकान वर्षों पुरानी हैं. हम मानकों का पूरा पालन करते हैं लेकिन, अब नए जगह पर दुकान लगाना भी आसान नहीं होगा. First Updated : Friday, 01 March 2024