GST ऑफिस में कपड़े उतार योग क्यों करने लगा व्यापारी देखें वीडियो

Uttar Pradesh News: गाजियाबाद के मोहननगर GST कार्यालय में मेरठ के एक लोहा व्यापारी ने विभागीय अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. इसके बाद उसने विरोध करते हुए अपने कपड़े उतार दिए और ध्यान की मुद्रा में बैठ गया. व्यापारी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. आइये जानें पूरा मामला क्या है

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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें एक व्यापारी GST ऑफिस में कपड़े उतारकर प्रदर्शन कर रहा है. बताया जा रहा है व्यापारी अक्षय जैन मेरठ का है. वो GST ऑफिस पहुंचा था. यहां अक्षय जैन ने अधिकारियों द्वारा मांगी गई रिश्वत न देने पर अपने कपड़े उतारकर धरना दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पास रिश्वत देने के लिए पैसे नहीं थे. इस कारण कपड़े उतारकर उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि वह अब और उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस विरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.

गाजियाबाद में GST कार्यालय पर हाल ही में हुए घटनाक्रम ने हलचल मचा दी है. मेरठ के व्यापारी अक्षय जैन ने आरोप लगाया कि जीएसटी अधिकारियों द्वारा उनसे अवैध रूप से रिश्वत मांगी गई और जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हें उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा.

आरोप और शांतिपूर्ण विरोध

अक्षय जैन का कहना है कि उनकी गाड़ी को जीएसटी अधिकारियों ने चेकिंग के दौरान रोक लिया. माल के कागजात की जांच की और बाद में गाड़ी को कब्जे में ले लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनसे अवैध रूप से करीब दो लाख रुपये की मांग की, जिसे देने से उन्होंने साफ इनकार कर दिया. इसके बाद, उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध करते हुए जीएसटी कार्यालय में अपने कपड़े उतार दिए और अहिंसात्मक विरोध जताया.

अधिकारियों की सफाई

इस मामले में जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी सफाई दी है. उनके अनुसार, व्यापारी पर टैक्स चोरी का आरोप था और उनसे सिर्फ कानून के तहत कार्रवाई की जा रही थी. अधिकारियों ने अक्षय जैन के खिलाफ साहिबाबाद थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है, जिसमें व्यापारी द्वारा किए गए प्रदर्शन को अवैध बताया गया है.

सामाजिक और व्यापारिक प्रतिक्रिया

इस मामले में व्यापारिक समुदाय और समाज ने भी प्रतिक्रिया दी है. अक्षय जैन ने कहा कि वह जैन समाज के मूल्यों के खिलाफ इस प्रकार के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर आगे भी इस तरह की कार्रवाई हुई तो वह अपने व्यापारिक स्थल बंद कर परिवार सहित मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या का समाधान मांगेंगे.

First Updated : Monday, 07 October 2024