Mukhtar Ansari News: जेल में बंद माफिया सरगना 63 वर्षीय मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान कार्डियक अटैक से मौत हो गई. इसके बाद शुक्रवार को उसके शव का पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंप दिया गया. मुख्तार अंसारी को शनिवार को महमूदाबाद स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
मुख्तार अंसारी की कब्र उनके पिता सुभान उल्लाह अंसारी के पास में खोदी गई है वहीं उसके शव को परिवार वालों की मौजूदगी में दफनाया जाएगा. इसके लिए डीआईजी वाराणसी रेंज ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह पुलिस बल के साथ कब्रिस्तान का मुआयना भी किया है.
मुख्तार के भतीजे सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि आज सुबह मुख्तार अंसारी के पार्थिव शरीर को कालीबंगा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. जेल में बंद मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी अंसारी ने अपने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था हालांकि आज कोर्ट में छुट्टी है इसलिए अब्बास अंसारी के वकील ने sc के वेकेशन ऑफिसर से संपर्क किया है और जल्द से जल्द कोर्ट से इस मांग पर सुनवाई की अपील की है. हालांकि अभी तक सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर आदेश नहीं दिया ऐसा में कयास लगाया जा रहा है कि अब्बास अपने पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएंगे.
मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिवार को सौंप दिया गया था. उसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उसके शव को गाजीपुर के लिए रवाना किया गया. माफिया के शव को उसके निवास स्थान पर ले जाते समय पुलिस बल के साथ-साथ पुलिस की कई गाड़ियां भी मौजूद थी. उसके शव को बांदा से चित्रकूट, कौशांबी, भदोही होते हुए गाजीपुर ले जाया गया.
मुख्तार अंसारी के कब्र की खुदाई करने वालों में तीन हिन्दू शामिल थे जो मोहम्दाबाद स्टेशन के रहने वाले हैं. इन तीनों का नाम संजय, नगीना व गिरधारी है. रिपोर्ट के मुताबिक कई पीढ़ियों से इनके घर के लोग यही काम करते आए हैं. कहा जा रहा है कि इन तीनों हिंदुओं ने मुख्तार अंसारी के कब्र की करने का एक भी रुपये नहीं लिया है क्योंकि इनके परिवार पर मुख्तार अंसारी का बहुत एहसान है. First Updated : Saturday, 30 March 2024