Explainer: राम मंदिर में धूम-धाम से होगी प्राण प्रतिष्ठा, जानें अयोध्या के लिए लोगों की कैसी चल रही हैं तैयारियां

Ram Mandir: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले कह चुके हैं कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से अयोध्या में 30 हजार करोड़ों की लागत से डेवलपमेंट का प्रोजेक्ट शुरू कर चुके हैं.

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Ram Mandir: अयोध्या  में राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लोगों को न्योते देने शुरू कर दिए हैं, इसी बीच अब मंदिर के गर्भ गृह के निर्माण कार्यों की तैयारी जोरो-शोरो से चल रही है. प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वीवीआईपी अतिथियों का आगमन होगा. मंदिर निर्माण के साथ पुजारियों को भी शॉर्ट लिस्ट किया जा रहा है. अभी तक मंदिर के पुजारियों की पूजा-पाठ करने के लिए 300 लोगों ने अर्जी दी है. जिसमें से करीब 21 पुजारियां का चयन किया जा चुका है. जिनकी ट्रेनिंग चल रही है. इन्हीं पुजारियों में से राम मंदिर के लिए सेलेक्ट किए जाएंगे. 

22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा 

राम मंदिर के लिए दो पुजारियों की घोषणा कर दी गई है, जो आगामी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूजा पाठ करेंगे. विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में लक्ष्मीकांत दीक्षित और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ प्राण प्रतिष्ठा करवाएंगे. हालांकि, राम मंदिर की कमेटी के इस फैसले पर स्थानीय महंतों ने हैरानी जताई है कि 22 जनवरी 2024 को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या से क्यों नहीं चुने गए हैं. महंत धर्मदास ने कहा कि कोई पुजारी पूजा कराने के लिए आ रहा है और वह कैसे कराएगा इसको हम देखेंगे ही. साथ ही अब हमें यहां के लोगों को शामिल करना चाहिए. क्योंकि प्रतिष्ठा तो सबको देनी है. आपको-हमको और सबको. 

हजारों करोड़ों की लागत से बन रहा राम मंदिर 

साल 2020 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर निर्माण के लिए 67 एकड़ वाले परिसर की पूरी सफाई की गई और उसमें से दो एकड़ जमीन का सेलेक्शन किया गया जिसमें अब राम मंदिर के निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. हजारों की करोड़ों की लागत से तैयार हो रहे मंदिर के लिए श्रद्धालु लगातार राम मंदिर को देखने के लिए आ रहे हैं. साथ ही चांदी-सोने से लेकर रुपयों का चढ़ावा चढ़ा रहे हैं. 

अयोध्या में केंद्र और राज्य चला रही कई प्रोजेक्ट

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले कह चुके हैं कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से अयोध्या में 30 हजार करोड़ों की लागत से डेवलपमेंट का प्रोजेक्ट शुरू कर चुके हैं. वहीं, राम घाट के पास मौजूद 150 वर्ष पुराने पटना मंदिर के पुजारी ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करना चाहते हैं कि वह जगह-जगह होटल बनवा रहे हैं. सड़क तोड़कर इमारतों के हिसाब से सेट कर रहे हैं. वो तो खैर ठीक हो रहा है. लेकिन जो अयोध्या को हजारों वर्ष पुराने मंदिर उन्हें मजबूत कर दिया जाए तो उसके लिए हम सरकार से हाथ जो धन्यावाद करेंगे. 

रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

राम मंदिर के निर्माण कार्य दौरान एक अस्थाई जगह पर राम लला की मूर्ति रखी गई है उसके दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लग गई है. दिल्ली से दर्शन करने के लिए पहुंचे कई श्रद्धालुओं ने कहा कि दिल को बहुत अच्छा लग रहा है, मन से एक अच्छी फीलिंग आ रही है. हम यहां पर प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए आए तो पूरा तन-मन भक्तिमय हो गया है. हमने यहां की मिट्टी ली है और उसका टीका लगाया है. उन्होंने इसमें कुछ मिट्टी हम अपने दिल्ली भी लेकर जाएंगे. 

धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में प्रधानमंत्री की भूमिका

राम मंदिर की भक्ति और भव्यता के बीच देश की धर्मनिरक्षेता को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल खड़े हो रहे है कि क्या उनको प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होना चाहिए? कई राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं ने से लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा है. समाजवादी पार्टी के नेता जयशंकर पांडे को लगता है कि वर्तमान की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी राम के नाम पर वोट की राजनीति कर रही है. 

First Updated : Wednesday, 20 December 2023
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