Darshan of Ramlala: अयोध्या में भगवान राम के दर्शन भक्तगण साल 2024 में 26 जनवरी से पहले कर सकेंगे. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बुधवार 27 सितंबर को इस बात की जानकारी दी है. इस कड़ी में उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बात की है इस दौरान उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी अयोध्या में राम मंदिर को भारत के सभ्यतागत खजाने का हिस्सा मानते हैं.
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा कहते हैं, ''हमारे ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने अन्य संगठनों से मदद ली और कोशिश की कि कार्यकर्ता कम से कम 4 लाख गांवों का दौरा करेंगे, भक्तों से मिलेंगे और दान इकट्ठा करेंगे.'' ऐसे लोग हैं जिन्होंने 10 करोड़ रुपये, 50 करोड़ रुपये दिए हैं और इस माध्यम से लगभग 3,500 करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं.''
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष, नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि, "हमें विश्वास है कि बहुत जल्द दिसंबर 2023 में मंदिर एक वास्तविकता बन जाएगा और भूतल, पहली मंजिल और दूसरी मंजिल दोनों का अंतिम मंदिर पूरा हो जाएगा. जो लोग भगवान राम, अयोध्या, मंदिर से जुड़े हैं, भारत में एक प्राचीन मंदिर की विशेषताओं के साथ उनकी यह अपेक्षा है कि इसका जीवन हजारों साल का होना चाहिए.
आगे उन्होंने लिखा कि, "पहली चुनौती यह थी कि कोई लिखित इंजीनियरिंग विवरण नहीं था इन मंदिरों का निर्माण कैसे किया गया था. इसलिए हमें इंजीनियरिंग विवरण, डिजाइन और ड्राइंग, उपयोग की जाने वाली सामग्री के मिश्रण को ज्ञान की प्रक्रिया पर विकसित करना था, जो आज मौजूद है.
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा कहते हैं, "हमारा वर्तमान अनुमान है कि भक्तों के कुछ आसान प्रवाह के साथ, लगभग 12 घंटे की अवधि में लगभग 70,000-75,000 लोग जा सकते हैं. यदि मंदिर 12 घंटे के लिए खुला रहता है लगभग 75,000 लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे, यानी मोटे तौर पर एक भक्त भगवान के सामने लगभग एक मिनट तक खड़ा रह सकेगा, उससे ज्यादा नहीं. अगर 1.25 लाख की भीड़ होती है, जिसकी हम शुरुआती दिनों में उम्मीद कर रहे हैं तो दर्शन की अवधि घटाकर लगभग 20 सेकंड कर दी जाएगी.”
पीएम मोदी की राम मंदिर से निकटता पर अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि, ''पीएम मोदी का मानना है कि यह मंदिर अवश्य बनना चाहिए क्योंकि वह इसे इस देश के अपने सांस्कृतिक विकास के एक हिस्से के रूप में देखते हैं. इस देश की सभ्यता, इस देश की आस्था के खजाने के एक हिस्से के रूप में यह उनकी अपेक्षा थी कि समुदाय आपस में, आपस में विलीन हो जाएंगे और एक मंदिर बनेगा और वह, जाहिर है, बेहद संतुष्ट थे जब न्यायिक फैसला आया."
अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा कहते हैं, "लोग जानना चाहते हैं कि मंदिर कब पूरा होगा, उनका सपना सच हो गया है. मंदिर एक वास्तविकता है. मंदिर दो भागों में पूरा होगा, पहला अतीत- चरण 1 दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा. पहला भाग मंदिर का भूतल होगा जो लगभग 2.6 एकड़ भूमि का है. भूतल में पांच मंडप हैं, जो गर्भगृह-गर्भगृह से शुरू होते हैं, जहां भगवान की स्थापना की जाएगी. वहां भूतल पर 160 स्तंभ हैं, और प्रत्येक स्तंभ पर विभिन्न रूपों के 25 प्रतीकात्मक कार्य हैं. निचले चबूतरे पर काम, जो राम कथा बताता है, जो पत्थर पर नक्काशी पर आधारित है, और यह लगभग 50 वाल्मिकी रामायण से लिया गया है उसका % पूरा हो जाएगा.” First Updated : Wednesday, 27 September 2023