Ramlala Pran Pratishtha: प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में मौजूद रहेंगे ये खास लोग, सबसे पहले ये 5 लोग करेंगे राम लला का दर्शन
Ramlala Pran Pratishtha:22 जनवरी को अयोध्या में रामलला को मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा कर विराजमान किया जाएगा. इस दौरान कुछ खास लोग गर्भगृह के अंदर मौजूद रहेंगे.
Ayodhaya Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है. देश के सबसे भव्य मंदिर के एक-एक हिस्से में सनातन धर्म का उदाहरण देखने को मिलेगा. रामलला अयोध्या में जल्द ही विराजमान होने वाले हैं इस दिन का इंतजार लाखों करोड़ों भक्त बेसब्री से कर रहे हैं.
अयोध्या नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा तो 22 जनवरी 2024 को होगी. इस बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के समय पांच खास लोग गर्भगृह में मौजूद रहेंगे.
प्राण प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह में मौजूद रहेंगे ये 5 लोग-
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के समय पांच खास लोग गर्भगृह में मौजूद रहेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि, जब राम लला को मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा उस दौरान 5 खास लोग मौजूद रहेंगे.
इन 5 खास लोगों में से प्रधानमंत्री मोदी, योगित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्य आचार्य राम मंदिर के गर्भगृह में मौजूद रहेंगे. प्राण प्रतिष्ठा के समय प्रदा बंद रहेगा सबसे पहले भगवान को आईना दिखाया जाएगा जिसमें रामलला अपना चेहरा देखेंगे उसके बाद वहां मौजूद सभी लोग उनका दर्शन करेंगे. बता दें कि, पूजा के लिए आचार्यों की 3 टीमें बनाई गई है.
राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम-
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आचार्यों की 3 टीमें बनाई गई. पहले टीम का नेतृत्व स्वामी गोविंद देव गिरी करेंगे वहीं दूसरी टीम का नेतृत्व शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती करेंगे. खास बात यह है कि, शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती कामकोटि पीठ के शंकराचार्य हैं. वहीं तीसरी टीम में काशी के 21 विद्वान रखे गए हैं. गौरतलब है कि, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं.
अयोध्या में व्यापक चल रही राम मंदिर बनने की तैयारी
कई काम को पूरा कर लिया गया है, जबकि अभी काफी सारे काम होने बाकी है. मंदिर निर्माण में अब तक 392 पिलर, 44 गेट और नागर शैली की वास्तुकला की झलक देखने को मिल रही है. मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए 32 सीढ़ियां बनकर तैयार हो चुकी है. चंपत राय ने बताया कि भविष्य में श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए विशाल cloakroom की व्यवस्था की गई है. ताकि दूर-दराज के इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं को सामान रखने के लिए भटकना न पड़े. उन्होंने ये भी बताया कि, तकरीबन 7 महीने बाद 7 मंदिर और बनेंगे जो ऋषि-मुनियों के होंगे. फिलहाल राम मंदिर के दूसरे फ्लोर का काम चल रहा है.