UP News: शीतलहर के बीच लखनऊ में स्कूल 6 जनवरी तक रहेंगे बंद
शीत लहर की स्थिति और घने कोहरे को देखते हुए लखनऊ में जिला प्रशासन ने मंगलवार को कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को 6 जनवरी तक बंद करने की घोषणा कर दी है.
शीत लहर की स्थिति और घने कोहरे को देखते हुए लखनऊ में जिला प्रशासन ने मंगलवार को कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को 6 जनवरी तक बंद करने की घोषणा कर दी है. जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी राम प्रवेश द्वारा जारी आदेश के अनुसार लखनऊ जिले के सभी स्कूलों में 6 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है.
आदेश में कहा गया कि, ''उपरोक्त प्रकरण के संबंध में आपको ज्ञात है कि इस समय जनपद लखनऊ समेत पूरे राज्य में शीतलहर चल रही है तथा अत्यधिक ठंड पड़ रही है. जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करते हुए 6 जनवरी, 2024 तक प्री-प्राइमरी से कक्षा 8 तक स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे आदेशित किया जाता है. वहीं "यदि कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं तो उनका समय सुबह 10:00 बजे से दोपहर 03:00 बजे के बीच ही रखा जाना चाहिए."
जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश में कहा गया है, "उपरोक्त का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए. जो भी स्कूल उपरोक्त का अनुपालन सुनिश्चित नहीं करेगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी." बीते साफ्ताह की शुरुआत में ही वाराणसी जिला प्रशासन ने भी शीत लहर की स्थिति के कारण कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को 6 जनवरी तक बंद करने की घोषणा की थी.
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा, '5-11 जनवरी के दौरान, हम रात के तापमान में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे मध्य भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर की स्थिति पैदा हो सकती है. महापात्र ने कहा, "दिन का तापमान भी सामान्य से नीचे रहेगा, जिससे विशेष रूप से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के उत्तरी हिस्सों और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में ठंडे दिन की स्थिति बनेगी." बता दें कि इससे पहले सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में नए साल की सुबह लोग कड़ाके की ठंड के साथ उठे.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, सोमवार को असामान्य रूप से ठंडी लहर और घने कोहरे के कारण राजधानी में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जरूरतमंदों या रैन बसेरों में शरण लिए हुए लोगों के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का आह्वान किया.