अतीक और अशरफ की हत्या के बाद तेजी से वायरल हो रहा तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का ट्वीट, 28 मार्च को ही कर दी थी ये भविष्य वाणी
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर कहा कि बहुत बुरा हुआ। अतीक अहमद को लेकर बग्गा पहले भी कई ट्वीट कर चुके हैं।
Atiq Ahmed Killed: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का एक पुराना ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस ट्वीट में तेजिंदर बग्गा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए लिखा था कि, ''ऐसे हाई प्रोफाइल अपराधियों के काफिले के साथ मीडिया की इजाजत नहीं होनी चाहिए। कल को कोई गैंगस्टर, मीडिया का रूप लेकर उस अपराधी को गोली मार सकता है।''
ऐसे हाई प्रोफाइल अपराधियों के क़ाफ़िले के साथ मीडिया की इजाज़त नहीं होनी चाहिए । कल को कोई गैंगस्टर,मीडिया का रूप लेकर उस अपराधी को गोली मार सकता हैं CC @myogiadityanath Ji https://t.co/jgZ2ZVHz92
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) March 28, 2023
यह ट्वीट तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने 28 मार्च को किया था, जब अतीक अहमद को उमेश पाल के अपहरण के मामले में पेशी के बाद वापस प्रयागराज से साबरमती जेल (गुजरात) ले जाया जा रहा था। तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की यह आशंका सही निकली।
बता दें कि शनिवार 15 अप्रैल की रात करीब 10 बजे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रयागराज स्थित अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया। इस बीच मीडियाकर्मी (media person) दोनों से सवाल कर रहे थे, सवाल पर अशरफ ने कहा कि प्रमुख बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम... इतना कहते ही बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। जिससे दोनों भाइयों की मौत मौके पर ही हो गई।
पुलिस का कहना है कि हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे, तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी ट्वीट किया, ट्वीट में उन्होंने लिखा कि बहुत बुरा हुआ। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर 3 बन्दूक, एक वीडियो कैमरा, एक मोटर साइकिल और साथ ही एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है। पुलिस ने कहा कि हम घटना की जांच कर रहे हैं।
अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, गिरफ्तार आरोपियों से अभी पूछताछ करना अभी बाकी है। बता दें कि अतीक अहमद की ऐसे समय में हत्या हुई जब शनिवार की सुबह ही उनके बेटे असद और उसके पुराने साथी गुलाम का अंतिम संस्कार किया गया। गौरतलब है कि असद और गुलाम को यूपी STF ने गुरुवार 13 अप्रैल को झांसी में हुए एनकाउंटर में मार गिराया था।