Hathras Hadsa: यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से जिन 121 लोगों की जान चली गई. उनमें से ज्यादातर लोगों की मौत की वजह दम घुटना बताई जा रही है. ये बात पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आई है. मरने वालों में 100 से ज्यादा महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि कई लोगों की जान सीने में चोट लगने की वजह से हुई है.
CMO अरुण श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की है कि रिपोर्ट में कुछ शवों के पैर पर कुचले जाने के भी निशान मिले. 36 लोगों की मौत दम घुटने से हुई, जबकि एक महिला की भगदड़ में दबने से फेफड़े फट गए. करीब 12-15 लोगों की मौत लिवर, फेफड़े के फट जाने और बाकी लोगों की मौत सिर, कंधे, गर्दन, रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आने से हुई है.
सत्संग में हुए हादसे में 121 में से 21 लोग ऐसे थे जो हाथरस के रहने वाले हैं. मृतकों के हाथरस,अलीगढ़, एटा और आगरा में पोस्टमार्टम किए गए. पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को उनका गांवों में अंतिम संस्कार किया गया. जहां पर भारी मातम छाया हुआ था. अस्पताल में लोगों की हालत देख डॉक्टर्स का भी दिल-दहल गया था.
मंगलवार देर रात जिला अस्पताल और जेएन मेडिकल कॉलेज से जैसे ही शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे हर किसी की आंखें छलक उठी. पत्नी, मां, भाई, बहन के शव से लिपटक कर लोग दहाड़ मारकर रो रहे थे. यह मंजर देखकर जिला अस्पताल में अन्य मरीजों के साथ आए तमाम तीमारदार भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहे थे.
हाथरस में हुए हादसे में मरे लोगों के शवों को रखने के लिए जिला अस्पताल और पोस्टमार्टम हाउस की मोर्चरी में जगह ही कम पड़ गई. यहां पर सफेद रंग के कपड़े में लिपटे शव परिसर में ही रखवा दिए गए. बाहर मृतकों के परिजनों की चीख-पुकार ने सबको सनंन कर रख दिया.पोस्टमार्टम हाउस पर एंबुलेंस और पुलिस के वाहनों से एक के बाद एक आते शवों देखकर लोग सहमें नजर आ जा रहे थे.
सीएम योगी ने प्रोग्राम आयोजित कराने वालों पर जमकर बोला. उन्होंने कहा कि जो इस लोग इस प्रोग्राम के सेवादार थे वो हादसा होने के तुरंत बाद भाग गए. सीएम योगी ने कहा कि सेवादारों को चाहिए था कि वो लोगों की मदद करते. अगर नहीं कर पा रहे थे तो प्रशासन का साथ देते. लेकिन वो वहां से भाग गए. सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार उन बच्चों की पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी लेगी. वो जिस भी स्कूल में पढ़ रहे होंगे उनकी व्यवस्था की जाएगी.
हाथरस हादसे में शव को ठेर देखते हुए उत्तर प्रदेश के सिपाही को हार्ट अटैक आ गया है. ड्यूटी पर सिपाही रजनेश को हार्ट अटैक आया है इस दौरान उसकी मौत हो गई है. सिपाही को मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी के लिए बुलाया गया था तो इतनी लाशों का ढेर देखकर वो बर्दाश्त न कर सकता है और अपनी जान गवां दी. First Updated : Thursday, 04 July 2024