शनिवार यानी 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और अशरफ की तीन लोगों ने गोली मारकर उन दोनों की हत्या कर दी। तीनों आरोपियों ने 18 से 20 राउंड फायरिंग करके खुद को तुंरत ही सरेंडर कर दिया था। आरोपियों को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद उन्हें नैनी जेल में रखा गया है। इसी बीच सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आज यानी सोमवार को सनी सिंह, अरुण मौर्य, और लवलेश तिवारी को इन तीनों आरोपियों को जान का खतरा होने पर नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया है।
अतीक अहमद-अशरफ के वकील विजय मिश्रा ने बताया कि "प्रयागराज से बरेली ले जाने के दौरान, उन्हें (अशरफ को) पुलिस लाइन ले जाया गया जहां एक पुलिस अधिकारी ने उनसे कहा, "इस बार बचे हो लेकिन 15 दिन में जेल से निकाल के काम तमाम कर देंगे"...अशरफ ने नहीं किया नाम का खुलासा किया लेकिन कहा कि अगर हत्या हुई तो एक सीलबंद लिफाफा सुप्रीम कोर्ट और सीएम के पास पहुंचेगा"।
अतीक और अशरफ पर हमला करने वालों का नाम लवलेश तिवारी, अरूण मौर्य और सनि सिंह है। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि माफिया अतीक का पाकिस्तान से संबंध था। उसने और उसके गैंग में शामिल लोगों ने तमाम निर्दोष लोगों की हत्या किया था। आपको बता दें कि अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था।
आपको बता दें कि अतीक और अशरफ के हत्यारे पहले भी अलग- अलग मामलों ने जेल जा चुके है। पुलिस सभी मामलों की जांच कर रही। अतीक के हत्या से जो हथियारों का उपयोग किया गया है उनका संबध विदेशी हाथियारों से है। जिससे उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या की। पुलिस जांच कर रही ये आरोपी कब और कैसे प्रयागराज आए है. इनका संबंध कहा से है। हर प्रकार के जांच की जा रही है। लवलेश तिवारी है बांदा का रहने वाला है। दूसरा आरोपी अरुण मौर्या हमीरपुर का रहने वाला है तीसरा आरोपी सनी कांसगज का रहने वाला है।
First Updated : Monday, 17 April 2023