Unifram Civil Code: देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर सियासी पारा और देश की राजनीति काफी गरमा गई है. तो वहीं केंद्र सरकार की ओर से मानसून के दौरान संसद में यूनिफॉर्म सिविल कोड पेश कर सकती है. अब इसको लेकर विभिन्न दलों की ओर से प्रतिक्रिया सामने आ रही. इस दौरान आज अब BSP प्रमुख चीफ मायावती ने भी लखनऊ में एक बयान जारी कर इस पर पार्टी का पक्ष रख दिया है.
समान नागरिक संहिता (UCC) पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का कहना है, "हमारी पार्टी (BSP) यूसीसी लागू करने के खिलाफ नहीं है, लेकिन जिस तरह से बीजेपी देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की कोशिश कर रही है, हम उसका समर्थन नहीं करते हैं. इस पर राजनीतिकरण करना ठीक नहीं है." इस मुद्दे को उठायें और देश में यूसीसी को मजबूती से लागू करें.''
समान नागरिक संहिता पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आगे कहा, "UCC लागू होने से देश मजबूत होगा और भारतीय एकजुट होंगे. इससे लोगों में भाईचारे की भावना भी विकसित होगी. यूसीसी को जबरदस्ती लागू करना ठीक नहीं है, इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से देश में भेदभाव पैदा होगा." समस्याएं, सरकार को फिलहाल महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए."
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, "संविधान की धारा 44 में UCC बनाने का प्रयास तो वर्णित हैं मगर इसे थोपने का नहीं है। इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही भाजपा को देश में UCC को लागू करने के लिए कोई कदम उठाना चाहिए था। हमारी पार्टी UCC को लागू करने के खिलाफ नहीं है बल्कि भाजपा और इनकी सरकार द्वारा इसे देश में लागू करने के तरिकेसे सहमत नहीं है." First Updated : Sunday, 02 July 2023