UP: आगरा में सत्संगियों का बवाल, जुबां पर जाप और हाथों में कील लगे डंडे, 15 मिनट में तीन बार...
Agra News: आगरा में सत्संगियों की रणनीति के आगे स्थानीय खुफिया तंत्र पूरी तरह से फैल हो गया है. पहले से तैयार सत्संगियों की रणनीति की भनक प्रशासनिक तंत्र को बिल्कुल भी नहीं थी.
Uttar Pradesh News: आगरा में सत्संगियों की पहले से ही हमले की तैयारियों के आगे स्थानीय पुलिस नाकाम नजर आया. खुफिया तंत्र (एलआईयू) को सत्संगियों रणनीति की भनक तक नहीं लगी. सत्संगियों ने पुलिस पर हमला करने के लिए कील लगे डंडे का इस्तेमाल किया. उनके पास एक ग्रुप भी था जो कि डंडे चलाने और पथराव करने में माहिर था. इस वजह से मात्र 15 मिनट में तीन बार पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया. घटना में महिलाएं भी शामिल थी.
जानकारी के मुताबिक, इस घटना में एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र कुमार समेत दस पुलिसकर्मी घायल हुए. आधी अधूरी तैयारी की वजह से सत्संगियों ने पुलिस को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था. दरअसल, रविवार शाम दयालबाग में चकरोड, सार्वजनिक मार्ग और ग्रामीणों के खेल के मैदान पर कब्जा हटाने के लिए पहुंची पुलिस टीम पर सत्संगियों ने हमला कर दिया था. इस घटना में कई सत्संगी भी घायल हुए है.
सत्संगियों के सामने फेल हुआ पुलिस
इस घटना के बाद जिले के कई थानों से पुलिस टीम बुलानी पड़ी. जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी. पथराव की घटना के दौरान ज्यादातर पुलिसकर्मी के पास हेलमेट, डंडा और बाडी प्रोटेक्टर थे. लेकिन सत्संगियों ने इस कदर पथर बरसाए कि पुलिसकर्मी टिक नहीं पाए. पुलिस के हेलमेट, डंडा और बाडी प्रोटेक्टर भी सत्संगियों के सामने फेल हो गए.
जुबां पर जाप और हाथों में हथियार
दयालबाग में सत्संगियों ने पहले से ही इस हमले की रणनीति बनाई हुई थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को असांविधानिक बताया था. रविवार शाम को पुलिस बल अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो इसी दौरान कॉलोनियों की छतों पर सत्संगी जमा हो गए. उनकी जुबां पर जाप...लेकिन हाथों में कील लगे हुए डंडे थे. इन्हीं हथियारों से पुलिस पर हमला किया गया. बाद में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सत्संगियों को दौड़ाकर पीटा. हमले में 12 पुलिसकर्मियों समेत 40 लोग घायल हुए है.
घटना पर पुलिस प्रशासन ने क्या कहा?
डीसीपी (सिटी) सूरज राय ने बताया, "राजस्व विभाग ने अवैध निर्माण हटाने के लिए फोर्स मांगी थी, जिसके लिए पुलिस पहुंची थी. कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव किया. पुलिस ने भीड़ से बात करने की कोशिश की. हमने इन्हें दस्तावेज दिखाने के लिए 24 घंटे का समय दिया है. मौके पर स्थिति शांत है."