UP Madarsa Board: पोर्टल पर रजिस्टर कराए जाएंगे मदरसे, गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए बड़ी खबर
UP Madarsa Board: उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की एक मीटिंग हुई, जिसमें गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए बड़ा फैसला लिया गया. ऐसे मदरसे जिनको मान्यता प्राप्त नहीं है उनको मान्यता दी जाएगी.
हाइलाइट
- उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की मंगलवार को हुई बैठक
- पोर्टल पर रजिस्टर कराए जाएंगे मदरसे
UP Madarsa Board: उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की मंगलवार को बैठक हुई है. जिसमें नए मदरसों को मान्यता देने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही पत्र लिखकर उनसे राय भी ली जाएगी. दरअसल पिछसे साल एक सर्वे हुआ था, जिसमें 8,500 मदरसों को गैर मान्यता प्राप्त की श्रेणी में शामिल किया गया था. इन्ही मदरसों को मान्यता देने पर फैसला किया गया है.
बैठक मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डा. इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में हुई. जिसमें तय किया गया कि 'साल 2015 के बाद से बंद चल रहे नए मदरसों को मान्यता देने के बारे में शासन से राय मांगी जाए.'
उन्होंने कहा कि 'मदरसा पोर्टल में रजिस्ट्रेशन से छूट गए ऐसे मदरसों को एक बार फिर रजिस्ट्रेशन का मौका दिया जाएगा, जिनकी मान्यता पहले से है. इनके लिए मदरसा पोर्टल फिर से खोला जाएगा.'
कामिल व फाजिल को दी जाए मान्यता
मदरसा में कामिल और फाजिल की पढ़ाई कराई जाती है. जिसको अभी मान्यता प्राप्त नहीं हुई है. इसको लेकर बोर्ड के सदस्यों का कहना था कि 'कामिल और फाजिल की किसी भी कॉलेज से मान्यता नहीं है तो फिर उसके आगे के सिलेबस शुरू करने से केवल स्टूडेंट्स का सिर्फ नुकसान होगा.' जिससे पढ़ाई शुरू करने से बच्चों को कोई फायदा नहीं है. इस बात से ये तय किया गया कि पहले कामिल व फाजिल की मान्यता दिलाने की कोशिश की जाएगी.
महिला शिक्षकों को दी जाएगी मेटरनिटी लीव
बैठक में तय किया गया कि महिला शिक्षकों को मेटरनिटी लीव दी जाएगी. बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि 'बोर्ड बैठक में मदरसों में शिक्षकों के परस्पर तबादले पर सहमति बन गई है. इसके लिए नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव भेजा जाएगा.' इसके साथ ही महिला शिक्षकों को मेटरनिटी लीव देने पर फैसला लिया जाएगा.
शिक्षकों की नियुक्तियां की होगी जांच
पछले कुछ दिनों में मदरसों में शिक्षकों की भर्ती को लेकर बहुत गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई थीं. इसको लेकर मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि ' इस मामले की जांच की सिफारिश की जाएगी'. लोकिन उनको अभी तक लिखित में कोई शिकायत नहीं मिली है.